अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में उसका दूतावास जल्द ही फिर से काम करने लगेगा। अमेरिका ने क्षेत्र के लिए 71.3 करोड़ डालर (करीब साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये) की सैन्य सहायता का भी एलान किया है।
कीव, रायटर। अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में उसका दूतावास जल्द ही फिर से काम करने लगेगा। अमेरिका ने क्षेत्र के लिए 71.3 करोड़ डालर (करीब साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये) की सैन्य सहायता का भी एलान किया है। रविवार-सोमवार रात पोलैंड से ट्रेन के जरिये कीव पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद ये घोषणाएं की हैं। अमेरिकी मंत्रियों ने रूसी हमले के खिलाफ यूक्रेन की एकजुटता की सराहना की।
ब्लिंकन ने कहा, यह यूक्रेन के लोगों को एकजुटता और बहादुरी का ही नतीजा है कि रूसी सेना को भारी नुकसान उठाकर कीव पर कब्जे के बगैर ही वापस लौटना पड़ा। ब्लिंकन ने कहा- यूक्रेन के लोग साहसी हैं, यहां का नेतृत्व सही है, इसलिए रूसी हमले के खिलाफ हम यूक्रेन के साथ हैं। अमेरिकी मंत्रियों ने यूक्रेन के लिए 32.2 करोड़ डालर (करीब 2,400 करोड़ रुपये) की अतिरिक्त सैन्य मदद का भी एलान किया।
इस प्रकार से रूसी हमला शुरू होने के बाद दो महीनों में अमेरिका ने यूक्रेन को 3.7 अरब डालर (करीब 28 हजार करोड़ रुपये) के हथियार दिए हैं और देगा। मंत्रियों ने कहा, यह सैन्य मदद यूक्रेनी सैनिकों को डोनबास में रूसी सेना से लड़ने में मदद देगी और उनकी क्षमता बढ़ाएगी। अमेरिका ने अब यूक्रेन भारी और अत्याधुनिक हथियार देने का फैसला किया है।
अमेरिकी मंत्रियों की जेलेंस्की और उनके मंत्रियों के साथ तीन घंटे तक बैठक चली। अमेरिका और पश्चिमी देशों से मिल रही हथियारों की मदद का नतीजा है कि कई हफ्ते कीव को घेरकर हमले करती रही रूसी सेना को अंतत: वापस लौटना पड़ा।
अब कीव में जनजीवन सामान्य होने लगा है, बाजार खुलने लगे हैं और विदेशी नेता वहां के दौरे कर रहे हैं। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को लगातार हथियार देने से रूस में बेचैनी बढ़ी है। अमेरिका में रूस के राजदूत ने अमेरिकी सरकार को पत्र भेजकर यूक्रेन में युद्ध भड़काने के लिए हथियार दिए जाने को अस्वीकार किया है। कहा है कि इस तरह की मदद को तत्काल रोका जाना चाहिए।