उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों डिग्री कॉलेजों व माध्यमिक स्कूलों में गुरुवार से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी। कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई पर रोक लगा दी गई थी। संक्रमण की रफ्तार घटने के बाद अब फिर से कक्षाएं शुरू होंगी।
लखनऊ ; उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों, डिग्री कॉलेजों व माध्यमिक स्कूलों में गुरुवार से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी। कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई पर रोक लगा दी गई थी। संक्रमण की रफ्तार घटने के बाद अब फिर से कक्षाएं शुरू होंगी। ऐसे छात्र जो खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना संक्रमित है तो उसे ऑनलाइन कक्षाएं पढ़ने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। वहीं ऐसे शिक्षक जो खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना पॉजिटिव है तो उन्हें भी ऑनलाइन कक्षाएं पढ़ाने से मुक्त रखा जाएगा।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने उच्च शिक्षण संस्थानों और माध्यमिक स्कूलों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह संक्रमित छात्रों व शिक्षकों के साथ जोर जबरदस्ती न करें। उधर, विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में शिक्षकों की उपस्थिति पर कुलपति व प्राचार्य निर्णय लेंगे। वहीं, 50 प्रतिशत कर्मचारियों को कार्यालय बुलाया जाएगा। रोस्टर के अनुसार 50 फीसद कर्मचारी आफिस आएंगे और बाकी 50 फीसद घर से काम करेंगे। विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के छात्र उच्च शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी की मदद से ई-कंटेंट हासिल कर सकेंगे। उधर, माध्यमिक स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई की निगरानी जिला विद्यालय निरीक्षक करेंगे और वह हर हफ्ते अपने जिले की रिपोर्ट मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक को देंगे।
50 फीसद कर्मचारी बुलाए जाएंगे : विश्वविद्यालय, डिग्री कॉलेजों व माध्यमिक स्कूलों में गुरुवार से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए। विश्वविद्यालय व कॉलेजों में शिक्षकों की परिसर में उपस्थिति पर कुलपति और प्राचार्य निर्णय लेंगे। वह जिलें में कोरोना संक्रमण की स्थिति और कैंपस के हालात को देखते हुए फैसला करेंगे। वहीं विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में अब 50 प्रतिशत कर्मचारी काम पर बुलाए जाएंगे और 50 प्रतिशत घर से ही कार्य करेंगे। विद्यर्थियों को अभी कैंपस में नहीं बुलाया जाएगा।
डिजिटल लाइब्रेरी से मिलेगी पढ़ाई में मदद : विश्वविद्यालय व कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी पर उत्कृष्ट शिक्षकों के लेक्चर ऑनलाइन अपलोड किए गए हैं। छात्र-छात्राएं इसकी मदद से घर बैठे आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे। विद्यार्थी वेबसाइट heecontent.upsdc.gov.in की मदद से डिजिटल लाइब्रेरी में उपलब्ध ई कंटेंट पढ़ सकेंगे। 44 विश्वविद्यालय व 7,104 डिग्री कॉलेजों के 5,036 शिक्षकों की मदद से स्नातक व परास्नातक के 182 विषयों के करीब डेढ़ लाख ई कंटेंट अपलोड किए गए हैं।
माध्यमिक स्कूलों में भी शुरू होगी पढ़ाई, मनमानी पर सख्ती : माध्यमिक स्कूलों में भी ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी। यहां ऐसे शिक्षक जो कोरोना पॉजिटिव हैं या फिर उनके परिवार का कोई सदस्य संक्रमित है तो उन्हें ऑनलाइन कक्षाएं पढ़ाने को बाध्य नहीं किया जाएगा। इसी तरह ऐसे विद्यार्थी जो खुद संक्रमित हैं या फिर उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना से संक्रमित है तो उस पर कक्षाएं पढ़ने के लिए दबाव नहीं बनाया जाएगा। सभी जिलों के डीआइओएस को निर्देश दिए गए हैं कि वह जोर जबरदस्ती करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करें।