Holi 2022 वाराणसी में रंगभरी एकादशी के मौके पर बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती की रजत पालकी निकाली गई। इसके लिए सुबह से तैयारी की गई। स्नान की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद चल रजत प्रतिमाओं दुग्धाभिषेक किया गया। शुभारंभ महेंद्र प्रसन्ना ने शहनाई की मंगल ध्वनि से किया।
वाराणसी । रंगभरी एकादशी पर बाबा के पूजन का क्रम ब्रह्म मुहूर्त में महंत आवास पर आरंभ हो गया। वैदिक ब्राह्मणों ने बाबा एवं माता पार्वती की चल प्रतिमाओं को पंचगव्य तथा पंचामृत से स्नान कराया। मंत्रोच्चार के बीच स्नान की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद चल रजत प्रतिमाओं दुग्धाभिषेक किया गया।
भोर में पांच से आठ बजे तक 11 वैदिक ब्रह्मणों द्वारा षोडशोपचार पूजन पं. सुनील तिवारी के आचार्यत्व में किया गय। इसके बाद बाबा को फलाहार का भोग लगाकर महाआरती की गई। रजसी ठाट में शृंगार के बाद झांकी के दर्शन जन सामान्य के लिए खोल दिए गए। मध्याह्न 12 भोग आरती के दौरान दर्शन का क्रम रुका रहा। काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डा. कुलपति तिवारी ने बाबा की मध्याह्न भोग आरती की। भोग आरती के साथ ही सांस्कृति अनुष्ठान शिवांजलि का शुभारंभ हो गया। देश के जाने माने कलाकारों की प्रस्तुतियां देर शाम तक होंगी। शिवांजलि का शुभारंभ महेंद्र प्रसन्ना ने शहनाई की मंगल ध्वनि से किया। इसके बाद सुचरिता गुप्ता, अमित त्रिवेदी, सरोज वर्मा, प्रियंका पांडेय ने भजन गायन किया।
रंगभरी एकादशी पर निकाली निशान शोभायात्रा
श्याम मंडल की ओर सेरंगभरी एकादशी पर सोमवार को भव्य निशान शोभायात्रा निकाली गई फागुन महोत्सव के तहत संजय पुजारी द्वारा निशान ध्वजा की पूजन अर्चन कर आरती उतारी, तत्पश्चात भक्तों को ध्वजा देकर शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में लोग खाटू श्याम के भजनों पर नाचते गाते चल रहे थे। रथयात्रा स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर से संस्था के अध्यक्ष दीपक बजाज और प्रवीण माखरिया के नेतृत्व में निशान शोभा यात्रा प्रारंभ हुई जो गुरूबाग होते हुए लक्सा स्थित श्याम मंदिर पहुंची यहां भक्तों ने श्याम प्रभु के चरणों में निशान अर्पण किया। शोभायात्रा में आगे आगे बैंड बाजे की धुन पर श्याम नाम धुन बज रहा था।