यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाने के लिए भाजपा प्रयासरत है। भाजपा इसी सिलसिले में एक महा संपर्क अभियान भी शुरु कर रही है। इस सब के बीच भाजपा राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों को भी चुनाव के मैदान में उतार सकती है।
लखनऊ । राज्य सरकार के कुछ मंत्री लोक सभा चुनाव लड़ सकते हैं। पार्टी अगले साल होने वाले लोक सभा चुनाव में सूबे के कुछ मंत्रियों को भी चुनाव मैदान में उतारने का दांव चल सकती है। वहीं कुछ सांसदों के टिकट कटना भी तय है। बुधवार को इसके संकेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने भी दिए। इस बारे में सवाल होने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री चुनाव लड़ सकते हैं।
मंत्रियों के चुनाव लडऩे पर कोई रोक नहीं है। उन्होंने कहा कि मंत्री तो क्या भाजपा का साधारण कार्यकर्ता भी चाहे तो चुनाव लड़ सकता है। लोक सभा चुनाव लड़ऩे के लिए पार्टी में एक प्रक्रिया निर्धारित है। लोक सभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रत्याशी के बारे में निर्णय भाजपा का संसदीय बोर्ड करता है। गौरतलब है कि पिछले लोक सभा चुनाव में भी भाजपा ने राज्य के तीन मंत्रियों को लोक सभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। तीनों ही कैबिनेट मंत्री थे। इनमें रीता बहुगुणा जोशी, सत्यदेव पचौरी और एसपी सिंह बघेल शामिल थे। इस बार भी कुछ मंत्रियों को पार्टी की ओर से चुनाव लड़ाए जाने की प्रबल संभावना है। वहीं खराब प्रदर्शन करने और बगावती तेवर अख्तियार करने वाले सांसदों के टिकट कटने की भरपूर गुंजायश है।