राहुल गांधी के दक्षिण भारत वाले बयान पर सियासत गरमा गई है। अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल के बयान की निंदा की है और कहा है कि उनके बयान की निंदा हर भारतीय नागरिक को करनी चाहिए। राहुल ने तिरुवनंतपुरम में बतौर वायनाड सांसद अपने अनुभव साझा किए थे, जिसके बाद उनपर आरोप लगा कि उन्होंने अपने भाषण से उत्तर भारत में रहने वाले लोगों का अपमान किया।
स्मृति ईरानी ने पहले तो राहुल को एहसान फरामोश बताया और उसके बाद कहा, ‘राहुल गांधी की द्वेष से भरी, बदला लेने वाली राजनीति से न सिर्फ अमेठी के लोगों और मतदाताओं का अपमान हुआ बल्कि इससे दक्षिण और उत्तर भारत के लोगों में भी विभाजन करने की कोशिश की गई। हर भारतीय को इस बयान की निंदा करनी चाहिए।’
स्मृति ने आगे कहा, ‘यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने फूट डालने वाली राजनीति की है। उन्होंने असम जाकर भी गुजरात के लोगों के लिए बयान दिया और इसका असर यह हुआ कि गुजरात के स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस को हारना पड़ा। सवाल यह उठता है कि राहुल कब तक देश की जनता से झूठ बोलते रहेंगे।’
राहुल गांधी ने तिरुवनंतपुरम में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘पहले 15 सालों के लिए मैं उत्तर (भारत) से एक सांसद था। मुझे एक अलग प्रकार की राजनीति की आदत हो गई थी। केरल आने पर मुझे अलग तरह का अनुभव हुआ क्योंकि मैंने अचानक पाया कि लोग मुद्दों में रुचि रखते हैं और सिर्फ सतही तौर पर नहीं बल्कि मुद्दों में विस्तार से जाते हैं।’ राहुल ने कहा था कि केरल के लोग जिस बुद्धिमता से राजनीति करते हैं, उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलता है।
बता दें कि राहुल गांधी 15 साल तक उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद रह चुके हैं लेकिन पिछले लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने इस सीट पर हरा दिया था। राहुल ने वायनाड से भी चुनाव लड़ा था और वह वहां से जीते थे।