रूसी दूतावास ने कहा, पश्चिम देशों द्वारा भेजे जा रहे यूक्रेन में भाड़े के सैनिक, जेलेंस्की ने जताई 16 हजार विदेशी लड़ाकों के आने की संभावना

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का शनिवार को 10वां दिन हैं। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला पहले से और तेज कर दिया है। यूक्रेन ने भी रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है।

 

कीव, एजेंसियां। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का शनिवार को 10वां दिन है। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया है। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ब्रसेल्स में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों ने ‘यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए समर्थन’ पर चर्चा की है। यूक्रेन पर तेज हो रहे हमलों के बीच अब पश्चिम देशों से भी भाड़े के सैनिक राजधानी कीव समेत कई अन्य प्रमुख शहरों में भेजे जा रहे हैं। यह जानकारी रूसी दूतावास ने शनिवार को दी है।

 

पश्चिम देशों द्वारा भेजे जा रहे यूक्रेन में भाड़े के सैनिक: रूसी दूतावास

युद्ध के दसवें दिन रूसी दूतावास ने कहा कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन में युद्ध क्षेत्रों में भाड़े के सैनिकों के भेजने की संख्या बढ़ा दी है। यूके, डेनमार्क, लातविया, पोलैंड और क्रोएशिया ने आधिकारिक तौर पर अपने नागरिकों को यूक्रेन के क्षेत्र में शत्रुता में भाग लेने की अनुमति दी है। साथ ही रूसी दूतावास ने कहा कि अमेरिका ने एकेडेमी, क्यूबिक और डायनकार्प जैसे निजी सैन्य संगठनों की भर्ती के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। फ्रांसीसी विदेशी सेना भी यूक्रेन भेजने की योजना बना रही है। जर्मनी से भी कई लड़ाकों के आने की उम्मीद है।

16 हजार विदेशी लड़ाकों के आने की संभावना

रूसी दूतावास ने यह भी कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुसार यूक्रेन में लगभग 16,000 विदेशी लड़ाकों के आने की संभावना है। क्रोएशिया के लगभग 200 भाड़े के सैनिक पहले ही पोलैंड के माध्यम से देश में प्रवेश कर चुके हैं और यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में बेकाबू नेशनल यूनिट में शामिल हो गए हैं।

रूसी सेना पर युद्धविराम तोड़ने का आरोप

रूसी सेना से घिरे यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में अधिकारियों ने कहा कि वे मास्को की सेना पर युद्धविराम तोड़ने का आरोप लगाते हुए नागरिकों को निकालने में देरी कर रहे हैं।

भारतीयों सहित 30 हजार से अधिक लोगों को दी गई मदद

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच कई सारी संस्थाएं हैं जो मानवीय सहायता में लगी हुईं हैं। ऐसे ही एक सेवा इंटरनेशनल यूरोप के विनोद बी पिल्लई पूरे यूक्रेन में लोगों को भोजन और आश्रय के साथ मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास विभिन्न शहरों में वालटिंयर्स हैं जो भारतीयों सहित सभी की मदद कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जारी हमलों के बीच अब तक भारतीयों सहित 30,000 से अधिक लोगों को मदद दी गई है।

यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों में युद्धविराम का पालन नहीं कर रहा रूस

यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने एक टेलीविजन प्रसारण में कहा कि रूस कुछ क्षेत्रों में एक सहमत युद्धविराम का पालन नहीं कर रहा है। नागरिकों को मारियुपोल जैसे प्रमुख शहरों से निकालने की अनुमति देने के लिए एक संयुक्त संयंत्र को विफल कर रहा है।

 

यूक्रेन में मानवीय संघर्षविराम पूरे देश में होना चाहिए: तुर्की

तुर्की ने भी यूक्रेन में संघर्षविराम की घोषणा किए जाने पर जोर डाला है। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कैवुसोग्लू ने कहा कि दो यूक्रेनी शहरों में रूस द्वारा घोषित मानवीय संघर्ष विराम देशभर में होना चाहिए और निकासी और सहायता शिपमेंट के लिए गलियारे पूरे देश में खोले जाने चाहिए। एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए कैवुसोग्लू ने यह भी कहा कि युद्धविराम को स्थायी बनाया जाना चाहिए। यह कहते हुए कि अंकारा यूक्रेन में अपने नागरिकों को बस और ट्रेन से निकालने के लिए काम कर रहा है।

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