लखनऊ में बड़ा मंगल पर मंदिरों और घरों में जहां ऑनलाइन हनुमान जी की आरती और सुंदरकांड पाठ होगा वहीं नगर निगम की ओर से ई-भंडारे की के माध्यम से लोगों को सेवा का अवसर घर बैठे प्रदान किया जाएगा।
लखनऊ, कोरोना संक्रमण से श्रद्धालुओं को बचाने और लॉकडाउन का पालन करने को लेकर श्रद्धालुओं में अलख जगाने की पहल इस बार ज्येष्ठ मास के बड़े मंगल पर होगी। मंदिरों और घरों में जहां ऑनलाइन हनुमान जी की आरती और सुंदरकांड पाठ होगा वहीं नगर निगम की ओर से ई-भंडारे की के माध्यम से लोगों को सेवा का अवसर घर बैठे प्रदान किया जाएगा। मंदिरों से पूजन और भोग को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित करने की भी मंदिर प्रशासन की ओर से तैयारियां की जा रही है।
नगर निगम लजाएगा ई-भंडारा: ज्येष्ठ के मंगल पर भंडारे की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए नगर निगम की ओर से पहल की गई है। महापौर संयुक्त भाटिया ने रविवार को ई-भंडारे की शुरुआत करने का एलान किया। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष स्वच्छता की अलख जगाने के लिए मंगलनमान से लोगों काे जोड़ा गया था। इस बार लॉकडाउन के पालन के लिए ई-भंडारे से जोड़ा जाएगा। भंडारे की इस नई तकनीक से सुरक्षित रहकर आप नगर निगम के साथ बड़े मंगल पर आम लाेगों को भंडारे का प्रसाद खिला सकते हैं।
ऐसे होगा ई-भंडारा: ई-भंडारे के लिए आपको मंगलमान.इन पर जाकर अपने दिन और समय के अनुरूप भंडारे की बुकिंग कर सकते हैं। वेबसाइट पर भंडारे की पूरी जानकारी मिल जाएगी। संयोजक डा.आरके तिवारी के मोबाइल नंबर 9415755950 पर भी संपर्क कर भंडारे की बुकिंग की जा सकती है। संयोजक ने बताया कि ई-भंडारा श्रद्धालुओं के बताए मंदिर में भोग लगाने के बाद ही शुरू होगा और शाम को टीम के सदस्य घर बैठे श्रद्धालु को प्रसाद भी उपलब्ध कराएंगे। दूसरे दिन उनका फीड बैक भी लिया जाएगा। अपनी तरह की अनूठी पहल कोरोना से लड़ने के लिए काफी कारगर सिद्ध होगी। इस बार लखनऊ के साथ देश में 101 और विदेश में 11 स्थानों पर ई-भंडारे का लक्ष्य रखा गया है। नगर आयुक्त की ओर से नोडल अधिकारी को निगरानी व स्वच्छता के लिए लगाया गया है।
घरों में करें हनुमान चालीसा का पाठ: पहला बड़ा मंगल एक जून को पड़ेगा। दूसरा मंगल आठ, तीसरा, 15 और चौथा व अंतिम मंगल 22 जून को पड़ेगा। मंदिर के बजाय घरों में ही पूजन करना श्रेयस्कर रहेगा। मंदिरों में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। हनुमान सेतु मंदिर संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य चंद्रकांत द्विवेदी ने बताया कि सभी को घरों में हनुमान चालीसा पाठ और पूजन करना चाहिए। बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के आरपी शर्मा ने श्रद्धालुओं से अपील की मंदिरों के बजाय घराें में हनुमान जी का पाठ करें और समाज को कोरोना से मुक्ति की कामना करें। अलीगंज के नए और पुराने हनुमान मंदिर समेत सभी मंदिरों में केवल पुजारी बाबा ही आरती करेंगे। छितवापुर स्थित हनुमान मंदिर में विशेष श्रृंगार होगा। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि अवध की तहजीब का रंग बड़े मंगल पर नजर आता है। आचार्य आनंद दुबे ने बताया कि घरों मेें कोरोना मुक्ति के लिए बजरंग बली का गुणगान करें और आरती से आपके सभी मनोरथ पूर्ण हो जाएंगे। आचार्य शक्तिधर त्रिपाठी ने बताया कि मारुति नंदन की पूजा किसी भी तरह से करें वह प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं। आचार्य विजय वर्मा ने बताया कि बड़ा मंगल संक्रमण से प्रभावित लाेगों की मदद के लिए आया है। खुद को सुरक्षित रखकर सभी लोग उनकी मदद करें।