लखनऊ में पेट्रोल पंप पर नौकरी करने वाले दो कर्मचारियों ने कैशियर की मदद से जालसाजी कर 2.80 करोड़ रुपये के हड़प लिए और नौकरी छोड़ दी। गड़बड़ी की आशंका पर पेट्रोल पंप मालिक ने आडिट कराया तो इसकी जानकारी हुई।
लखनऊ, पांच साल तक सरोजनीनगर स्थित पेट्रोल पंप पर नौकरी करने वाले दो कर्मचारी करोड़पति बन गए। दोनों ने कैशियर की मदद से जालसाजी कर 2.80 करोड़ रुपये के हड़प लिए। इसके बाद नौकरी छोड़ दी। आडिट में मालिक को इसकी जानकारी हुई तो मुकदमा दर्ज कराया। दोनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इंस्पेक्टर सरोजनीनगर संंतोष कुमार आर्य ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में गौरी गांव का रहने वाला लाल बहादुर यादव और अमौसी चिल्लावां का मनोज कुमार है। दोनों को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित श्री फिलिंग स्टेशन पर गाड़ियों में पेट्रोल भरने का काम करते थे। दोनों 2009 से पेट्रोल पंप पर नौकरी कर रहे थे। इस लिए मालिक कौशलेंद्र का विश्वास भी उन पर अच्छा खासा हो गया था। इस बीच 2016 में दोनों कैशियर अजय गुप्ता के संपर्क में आए। तीनों ने मिलकर प्लान बनाया।
अजय की मदद से चेक, नकद लेन-देन के माध्यम से धांधली करने लगे। दोनों ने 2016 से 2021 तक अजय के साथ मिलकर करीब 2.80 करोड़ रुपये का गबन किया। शक होने पर मालिक ने आडिट कराई। आडिट के दौरान ही दोनों ने नौकरी छोड़ दी। आडिट में गबन की जानकारी हुई। इसके बाद मार्च मेंं दोनों के खिलाफ कौशलेंद्र ने मुकदमा दर्ज कराया। शुक्रवार सुबह दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि अजय की तलाश में दबिश दी जा रही है।