लखनऊ में पुलिस कर्मियों ने ठेकेदार का अपहरण कर फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम ने मिलने पर 70 हजार रुपये लेकर पीड़ित को छोड़ दिया था। एडीसीपी ने बताया कि दोनों सिपाहियों की बर्खास्तगी की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
लखनऊ, मड़ियांव पुलिस ने ठेकेदार अतुल सिंह का अपहरण कर 70 हजार रुपये लूटने के मामले में आरोपित सिपाही अनिल सिंह, सुधीर सिंह और कथित पत्रकार शिवांशु मिश्र को जेल भेज दिया। पुलिस ने तीनों के पास लूट के करीब 10 हजार रुपये और एक पिस्टल भी बरामद की है। वहीं, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने दोनों को निलंबित कर दिया। अब दोनों सिपाहियों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एडीसीपी प्राची सिंह ने बताया कि बरामद पिस्टल मामले में फरार चल रहे प्रापर्टी डीलर आकाश सिंह की है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। एडीसीपी ने बताया कि शिवांशु के कहना पर दोनों सिपाहियों संग प्रापर्टी डीलर आकाश ने बीती 12 अप्रैल को भिठौली क्रासिंग के पास से ठेकेदार अतुल सिंह का अपहरण किया था। अतुल सिंह आइआइएम रोड के रहने वाले हैं।
चारों ने अतुल सिंह को मड़ियांव थाने के पीछे लेकर गए वहां पर पिस्टल लगाकर एंकाउंटर की धमकी दी और पांच लाख रुपये की मांग की थी। असमर्थता जताने पर 70 हजार रुपये लूट लिए थे। एडीसीपी ने बताया कि दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, उनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। मामले में फरार चल रहे प्रापर्टी डीलर आकाश की तलाश में दबिश दी जा रही है।
लखनऊ के मड़ियांव थाने की क्राइम टीम के दो सिपाहियों ने खुद को एसटीएफ का अधिकारी बताकर एक कथित पत्रकार की साठगांठ से मंगलवार को ठेकेदार का अपहरण किया था। आरोपित ठेकेदार को मड़ियांव थाने के पीछे बने एक कमरे में ले गए और कनपटी पर पिस्टल लगाकर एन्काउंटर की धमकी देते हुए पांच लाख रुपये की डिमांड की थी। इस पर ठेकेदार ने इतने रुपये देने पर असमर्थता जताई तो उससे 70 हजार रुपये लेकर धमकाते हुए छोड़ दिया था।