दीपा सिंह घटना के समय घर पर अकेली थी। दोनों बेटे रोजाना की तरह काम के लिए निकले थे। जैसे ही लुटेरों ने हमला किया बहादुरी दिखाते हुए महिला ने लुटेरे का हाथ पकड़ लिया। इस बीच महिला के दोनों हाथ बुरी तरह से घायल हो गए।
लखनऊ, पीजीआई थाना क्षेत्र के जगत खेड़ा में रहने वाली महिला दीपा अपने दो बेटों सत्यम व शिवम के साथ रहती है। गुरुवार को दिन में लगभग 12 बजे बाइक सवार युवक घर के पास आया और महिला से प्लाट के बारे में पूछने लगा। जैसे ही महिला गेट खोल कर बाहर निकली तभी उसने कहा कि एक दो लोग प्लाअ देखने आ रहे हैं क्या मैं यहां दो मिनट इंतजार कर लूं।
इस पर पीड़िता ने उसे बैठने के लिए कुर्सी दे दी। कुछ मिनट बाद मौका पाकर लुटेरा घर के अंदर दाखिल हो गया और महिला के गले में पड़ा मंगलसूत्र और चेन खींचने लगा महिला ने विरोध जताया तो उसने चाकू से हमला कर दिया। महिला ने किसी तरह चाकू को गले में लगने रोका। इससे महिला के दोनों हाथ घायल हो गए और लुटेरा चेन लेकर भागने लगा। इस पर महिला ने लुटेरे की बाइक खींच ली और शोर मचाने लगी।
घायल होने के बाद भी नहीं छोड़ा लुटेरे को : दीपा सिंह [48] घटना के समय घर पर अकेली थी। दोनों बेटे रोजाना की तरह काम के लिए निकले थे। जैसे ही लुटेरों ने हमला किया बहादुरी दिखाते हुए महिला ने लुटेरे का हाथ पकड़ लिया। इस बीच महिला के दोनों हाथ बुरी तरह से घायल हो गए। चाकू बाएं हाथ की हथेली में घुस गया तब पर भी लुटेरे को नहीं छोड़ा। मौका पाते ही लुटेरे ने धक्का दे दिया और भागने लगा जैसे ही बाइक पर बैठा महिला ने पत्थर से हमला कर दिया और चीखने लगी। यह देख आसपास के लोग घर से बाहर निकले कुछ देर बाद खेत से उसे पकड़ लिया गया। इसी बीच लुटेरे ने महिला के गले से चेन और मंगलसूत्र जो लूटा था उसे कहीं छुपा दिया।