भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर लखनऊ के कई सरकारी अस्पतालों में रविवार को निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान बलरामपुर अस्पताल में सैकड़ो मरीजों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। साथ ही दवाइयां भी प्राप्त कीं।
लखनऊ, प्रदेश के सरकारी अस्पताल के प्रति मरीजों का भरोसा बढ़ा है। रोजाना सरकारी अस्पतालों में डेढ़ लाख से अधिक मरीज ओपीडी में परामर्श के लिए आ रहे हैं। हादसे में चोटिल होने पर 12 हजार लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसके अलावा किडनी, कैंसर, ब्रेन स्ट्रोक और हृदय से जुड़ी समस्याओं के लिए लगभग आठ हजार मरीज इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं।
बलरामपुर अस्पताल में रविवार को निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर के शुभारंभ में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने चिकित्सकों से मरीजों के संबंध में इलाज संबंधी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुपर स्पेशलिटी सेवाओं का भी विस्तार हो रहा है। इसके कारण बड़ी संख्या में निजी अस्पतालों से मरीज रेफर होकर सरकारी अस्पताल आते हैं और उनमें से 99 फीसद मरीज स्वस्थ होकर घर जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में रविवार को निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। इस दौरान बलरामपुर अस्पताल में 700 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। स्वास्थ्य शिविर में आयुष्मान योजना, हेल्थ चेकअप, टीकाकरण, बाल रोग, अस्थि रोग, हृदय रोग, गुर्दा रोग, मानसिक रोग, कुष्ठ रोग, क्षय रोग, डायबिटीज, नेत्र रोग, कैंसर रोग आदि का चिकित्सकीय परामर्श, नेत्रदान जागरूकता परामर्श, रक्तदान परामर्श एवं दवाइयों के वितरण के साथ-साथ एक्स-रे, ईसीजी, ब्लड आदि की जांचें की गईं।
लोक बंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय में क्षेत्रीय विधायक राजेश्वर सिंह और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. लिली सिंह के साथ सीएमओ डा. मनोज अग्रवाल, निदेशक डा. दीपा त्यागी, सीएमएस एसके सक्सेना और एमएस डा. अजय शंकर त्रिपाठी ने शिविर का उद्घाटन कर मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिया। अस्पताल में 379 मरीजों को परामर्श दिया गया। इनमें से 189 पुरुष और 137 महिलाएं शामिल थीं। 51 व्यक्तियों को कोविड रोधी टीकाकरण किया गया। पांच व्यक्तियों को परिवार नियोजन परामर्श और एक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनाया गया।
वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय में मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वाति सिंह ने पल्स पोलियो बूथ का उद्घाटन कर स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री निरंतर जन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की बात करते हैं। महिला सशक्तिकरण के लिए हमेशा सजग रहे हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में खून की कमी वर्तमान में हमारे लिए सबसे चिंताजनक बात है। इस पर हमें काम करने की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य मेले में 147 मरीजों को परामर्श दिया गया। 11 मरीज भर्ती किए गए। 26 व्यक्तियों को जननी सुरक्षा योजना, 21 बच्चों का टीकाकरण, 93 बच्चों को पोलियो की खुराक, 20 अल्ट्रासाउंड और 34 मरीजों की 736 खून की जांच की गई। इस मौके पर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. सीमा श्रीवास्तव के साथ अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।
जांच के लिए आए गोलागंज के जगदंबा प्रसाद ने बताया कि नेत्र रोग विभाग में परामर्श लिया है। चिकित्सकों ने मोतियाबिंद की शुरुआत बताई है और दवाई लिखकर ओपीडी में आने के लिए कहा है। वहीं महानगर से आए आशीष बताते हैं कि जांघ में दाद की समस्या है। चर्म रोग विभाग में परामर्श लिया है। डाक्टर ने दवा लिखी है।