सहारा प्रमुख सुब्रत राय को गिरफ्तार करने के लिए मध्य प्रदेश की पुलिस गुरुवार को लखनऊ पहुंची। करीब दो घंटे के सर्च आपरेशन के बाद भी वह खाली हाथ लौटी। उनपर निवेशकों का करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप दतिया थाने में दर्ज है।
लखनऊ । सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय को गिरफ्तार करने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस की टीम आज यानी गुरुवार को लखनऊ पहुंची। एमपी व गोमती नगर थाने की पुलिस टीम के साथ दो घंटे के सर्च आपरेशन में सहारा शहर में उन्हें कोई भी आरोपित नहीं मिला। इस पुलिस की टीम खाली हाथ लौट आई। हालांकि सभी के खिलाफ नोटिस चस्पा कर दी गई है। इसमें पुलिस ने पांच मई को आरोपितों को दतिया थाने में पेश होने के लिए कहा गया है।
वहीं कई आरोपितों का पता भी पुलिस ने लिया है। पुलिस वहां भी उनकी तलाश करेगी। बता दें कि दतिया जिले की कोतवाली पुलिस आज सुब्रत राय को गिरफ्तार करने के लिए कोर्ट से जारी एनबीडब्ल्यू के साथ आई थी। आरोप है कि सहारा प्रमुख और अन्य ने निवेशकों के करोड़ों रुपये हड़पे हैं। जिसके संबंध में एमपी के दतिया थाने में सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 व मध्यप्रदेश निक्षेपकों के हित का संरक्षण अधिनियम की धारा 6 (1) में 14 केस दर्ज है।
गौरतलब हो कि एमपी पुलिस सबसे पहले गोमतीनगर थाने पहुंची और स्थानीय पुलिस से सहयोग मांगा। इसके बाद स्थानीय पुलिस को लेकर सहारा शहर पहुंची और सर्च आपरेशन शुरू किया। दतिया थाने के इंस्पेक्टर रविंद्र शर्मा के मुताबिक, सहारा समूह के प्रमुख समेत आठ लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है। दो हजार से ज्यादा निवेशकों के करोड़ों रुपये सहारा फाइनेंस कंपनी ने हड़प लिए हैं। निवेश की अवधि पूरी हो जाने के बावजूद निवेशकों को उनकी रकम वापस नहीं की गई। निवेशक लंबे समय से सहारा के कार्यालय में भागदौड़ कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि निवेशकों ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के आठ लोग सुब्रत राय, उनकी पत्नी स्वपना राय, अनिल कुमार पांडेय, डीके श्रीवास्तव, रूमी दत्ता, करुणेश अवस्थी, राना जिया और अब्दुल दबीर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी, जिसमें एनबीडब्ल्यू जारी है। मध्य प्रदेश पुलिस का सर्च आपरेशन सहारा शहर में करीब दो घंंटे तक चला, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा।