आशियाना के तोंदे गांव में सोमवार को कुछ लोग जेसीबी लेकर पहुंच गए। ग्रामीणों का आरोप है कि जेसीबी लेकर पहुंचे लोगों ने गांव में बने सामुदायिक केंद्र को ध्वस्त कर दिया। ग्रामीणों ने जब विरोध किया तो उन्हें भी जमकर पीटा गया।
लखनऊ, आशियाना के तोंदे गांव में सोमवार को कुछ लोग जेसीबी लेकर पहुंच गए। ग्रामीणों का आरोप है कि जेसीबी लेकर पहुंचे लोगों ने गांव में बने सामुदायिक केंद्र को ध्वस्त कर दिया। ग्रामीणों ने जब विरोध किया तो उन्हें भी जमकर पीटा गया। घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर जब तक पुलिस पहुंची तो आरोपित मौके से भाग निकले। उधर, इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने भाकियू लोक तांत्रिक दल के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने आशियाना थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया।
करीब डेढ़ घंटे तक थाने पर बवाल चलता रहा। हंगामा बढ़ता देख इंस्पेक्टर आशियाना ब्रजेंद्र मिश्रा ने ग्रामीणों और किसान नेताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। इसके बाद किसान वहां से चले गए। ग्रामीणों ने बताया कि कई साल पहले एलडीए द्वारा ग्रामीणों के लिए सामुदायिक केंद्र बनवाया गया था। इस सामुदायिक केंद्र का प्रयोग ग्रामीण मांगलिक कार्यक्रमों में करते हैं। सोमवार को कुछ लोग अधिवक्ता के वेश में जेसीबी लेकर पहुंचे उनके साथ अन्य लोग भी थे। उन्होंने कहा कि यह प्लाट उनका है। इस पर उनका हक है। इतना कहने के बाद सामुदायिक केंद्र का एक हिस्सा ध्वस्त कर दिया गया। ग्रामीणों के विरोध करने पर उन्हें जमकर पीटा। हंगामे की सूचना पर भाकियू लोक तांत्रिक दल के मंडल उपाध्यक्ष दुर्गा दीन लोधी, लालता गौतम समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण आशियाना थाने पहुंच गए। ध्वस्तिकरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई और सामुदायिक केंद्र का निर्माम कराने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। इंस्पेक्टर ने बताया कि कुछ अधिवक्ता लोग पहुंचे थे। उनका दावा है कि यह जमीन उनकी है। उन्होंने जमीन को 2017 में खरीदा था। उनके पास ध्वस्तिकरण का आर्डर है। हालांकि जमीन एलडीए की है इस पर अभी तक इस मामले में किसी पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी है। एलडीए के द्वारा तहरीर मिलने पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।