बैंगलुरू महाराष्ट्र समेत विभिन्न मंडियों से होने वाली सब्जियों की आपूर्ति कम होने और लोकल माल में कमी आने से लखनऊ में कीमतों ने तेजी पकड़ी है। 60 रुपये किलो तक बिकने वाला टमाटर 70 रुपये पार कर गया है।
लखनऊ, बैंगलुरू, महाराष्ट्र समेत विभिन्न मंडियों से होने वाली सब्जियों की आपूर्ति कम होने और लोकल माल में कमी आने से कीमतों ने तेजी पकड़ी है। 60 रुपये किलो तक बिकने वाला टमाटर 70 रुपये पार कर गया है। वहीं प्याज की कीमतें 50 से 60 रुपये किलो पहुंच गई है। यही नहीं लोकल माल की आमद थमने से आलू और हरी सब्जियों के भाव पर भी अंतर आया है। नासिक से पहुंचने वाले प्याज ने लोगों की आंखों से आंसू लाना शुरू कर दिया है। सब्जी कारोबारी बताते हैं कि टमाटर और प्याज की कीमतें अभी और चढ़ेंगी। त्योहारी सीजन में खपत और बढ़नी तय है।
फुटकर मंडी
सब्जियों के दाम हफ्तेभर पहले रुपये प्रति किलो में
सब्जी पहले अब
- टमाटर 60 -70 से 75
- प्याज 40 -50 से 55
- आलू पुराना 20 -25 से 30
- आलू नया 35 – 40 से 45
- पालक 40 -50 से 60
- लोबिया 40 से 50 से 60
- बैंगन गोल 40 -45 से 50
- बैंगन लंबा 25 -40 से 45
- शिमला मिर्च 80- 100 से 120
- धनिया 100 – 120
- नींबू 80 -100
- सोया मेथी 140 रुपये किलो
सीजनल सब्जी सोया मेथी का भाव इस समय में 140 रुपये किलो है। वहीं मशरूम की कीमतों ने भी बढ़ोत्तरी हुई है। इसका भाव दो से ढाई सौ रुपये किलो है। दो सौ ग्राम की पैकिंग की कीमत 50 रुपये फुटकर मंडी में है।
फल एवं व्यापारी समिति दुबग्गा के महामंत्री शाहनवाज हुसैन ने बताया कि टमाटर और नासिक से आने वाले प्याज की कमी है। देशी टमाटर का बाजार खत्म हो चुका है। ऐसे में कीमतें बढ़ना तय है। आने वाले दिनों में त्योहारी सीजन की खपत भी इस पर असर डालेगी।
सब्जी के फुटकर विक्रेता कुलदीप अवस्थी ने बताया कि फुटकर बाजार में सब्जी का भाव अचानक बढ़ता चला जा रहा है। इस समय करीब-करीब हर सब्जी महंगी है। टमाटर और प्याज की कीमतें सिर चढ़कर बोल रही हैं। सोया मेथी, आलू चिप्सोना ब्रांड जैसी चीजों में भी तेजी आई है।