चंद्रावती को कोई संतान नहीं थी। उन्होंने बरौरा हुसैनबाड़ी में रहने वाली बहन कलावती की बेटी दीपमाला को गोद लिया था। 22 जून 2017 को चंद्रावती ने दीपमाला का विवाह शुक्लागंज उन्नाव में ऋषिनगर निवासी, संदीप के साथ किया था। संदीप अभी बरौरा हुसैनबाड़ी में रहता है।
लखनऊ, [ सवांददाता — सन्तोष सिंह , आवाज़ ~ ए ~ लखनऊ ] पारा के मर्दन खेड़ा में रहने वाली 55 वर्षीय चंद्रावती की लूट के विरोध में हत्या कर दी गई। चंद्रावती का शव उनके कमरे में बिस्तर पर पड़ा था। बदमाश लाकर व चंद्रावती के शरीर पर मौजूद जेवर लूट ले गए। आलमारी से प्रापर्टी के कागज भी गायब मिले हैं। चंद्रावती अकेली रहती थीं। एसीपी काकोरी आशुतोष कुमार के मुताबिक, अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआइआर दर्ज की गई है। प्रापर्टी विवाद समेत कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। जल्द ही घटना का अनावरण कर दिया जाएगा।
चंद्रावती के पति गणेश प्रसाद का पांच साल पहले देहांत हो गया था। चंद्रावती को कोई संतान नहीं थी। उन्होंने बरौरा हुसैनबाड़ी में रहने वाली बहन कलावती की बेटी दीपमाला को गोद लिया था। 22 जून 2017 को चंद्रावती ने दीपमाला का विवाह शुक्लागंज उन्नाव में ऋषिनगर निवासी संदीप के साथ किया था।
संदीप अभी बरौरा हुसैनबाड़ी में रहता है। चंद्रावती की देखरेख के लिए हर दूसरे दिन कल्लन खेड़ा काकोरी निवासी उनके भांजे ओमप्रकाश यादव का बेटा विशाल जाता था। आवश्यक सामग्री देकर वह लौट आता था। बीच-बीच में दीपमाला भी चंद्रावती से मिलने जाती थी।
रविवार सुबह विशाल दादी चंद्रावती के घर पहुंचा था। वहां पहुंचने पर दरवाजा खुला मिला। विशाल ने चंद्रावती को आवाज दी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद वह भीतर कमरे में पहुंचा, जहां चंद्रावती बिस्तर पर मृत पड़ी थीं। चंद्रावती के नाक और मुंह से खून बह रहा था और ठुड्डी व गाल पर चोट के निशान थे। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बदमाशों ने गला दबाकर चंद्रावती की हत्या की है।
विशाल ने पिता को घटना के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। डीसीपी दक्षिण राहुल राज व एसीपी काकोरी पुलिस बल के साथ पहुंचे। फारेंसिक टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं। वहीं डाग स्क्वायड की टीम घटना स्थल से सौ मीटर दूरी पर एक बंद मकान के पास जाकर रूक गई।
संदीप ने दर्ज कराई हत्या की एफआइआर : संदीप ने मौसेरी सास चंद्रावती की हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने संदीप की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या की एफआइआर दर्ज की है। वहीं, विशाल का आरोप है कि चंद्रावती के कान और पैर से जेवर गायब थे। अलमारी खोलने पर लाकर में रखे जेवर और प्रापर्टी के कागज भी नहीं मिले। जेवर के खाली डिब्बे मिले हैं, जबकि अलमारी व लाकर की चाबी गायब थी। आराेप है कि हत्यारे चंद्रावती के करीब सात लाख के और दीपमाला के दो लाख के जेवर लूट ले गए हैं।
रात में घटना करने की आशंका : विशाल के मुताबिक, शनिवार शाम को उसकी चंद्रावती से फोन पर बात हुई थी। तब पिता ओमप्रकाश ने भी बात कर हालचाल पूछा था। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि शनिवार रात करीब नौ बजे चंद्रावती घर के बाहर देखी गई थीं। आशंका जताई जा रही है कि देर रात में सोते समय हत्यारे घर में दाखिल हुए थे। पुलिस कई पहलुओं पर पड़ताल कर रही है।