वसंत पंचमी शनिवार को है। शुभकारी योग के चलते शादियों के साथ ही मां सरस्वती की पूजा होगी। छात्रों को राशि के अनुसार सरस्वती पूजा करनी चाहिए। यह पर्व माघ शुक्ल पंचमी को मनाया जाता है।
लखनऊ, वसंत पंचमी पांच फरवरी को है। शुभकारी योग के चलते शादियों के साथ ही ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा होगी। यह पर्व माघ शुक्ल पंचमी को मनाया जाता है। इस वर्ष वसंत पंचमी के दिन प्रातः चतुर्थी तिथि सुबह 6:44 तक पश्चात पंचमी तिथि संपूर्ण भोग करेगी। शनिवार का दिन है, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र व सिद्ध नामक योग मिल रहा है। अतः इस बार की वसंत पंचमी सर्वमंगलकारी है। खेतों में खिले सरसों के फूल जहां इसके आने की आहट दे रहे हैं तो दूसरी ओर होलिका दहन को लेकर स्थानों के चयन को लेकर मंथन चल रहा है। प्रहलाद के स्वरूप अरंड की डाल को भी होलिका दहन के स्थान पर स्थापित किया जाएगा। छात्र राशि के अनुसार मां सरस्वती का पूजा करें, विशेष फल का योग प्राप्त होगा।
मान्यता है कि वसंत पंचमी से शीत ऋतु का समापन होता है और गर्मी के मौसम की शुरुआत होती है। सूर्य देव माघ के महीने में अपनी गति को बढ़ा देते हैं और दिन बड़े होने शुरू हो जाते हैं। बंगलाबाजार के चंद्रिका देवी धाम में विशेष पूजन होगा। महानगर रामलीला मैदान में होने वाला सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार नहीं होंगे। निरालानगर के श्रीरामकृष्ण मठ में सरस्वती पूजा पर धार्मिक आयोजन होंगे।
सफेद मिष्ठान चढ़ाना होगा श्रेयस्करः शादी विवाह के शुभ मुहूर्त भी है। इसलिए शादियां भी होंगी। मां सरस्वती को सफेद मिष्ठान चढ़ाना श्रेयस्कर होगा। पीले वस्त्र और पुष्प अर्पित कर मां वागेश्वरी से सद्बुद्धि का आशीर्वाद मांगना चाहिए। इस दिन घरों में पीले-केसरिया रंग के खाद्यान्न चखने से विशेष कृपा मिलती है। मां सरस्वती की पूजा पांच फरवरी को सुबह 7:10 बजे से दोपहर 12: 40 बजे के बीच करना श्रेयस्कर होगा। दोपहर 12:15 से एक बजे के बीच होलिका स्थापना का मुहूर्त है। राहुकाल सुबह 9:51 बजे से 11:13 बजे तक रहेगा। 15 जनवरी से शादियों का दौर शुरू हो गया है।
23 फरवरी से 26 मार्च तक 31 दिन गुरु तारा अस्त हो जाएगा और 14 मार्च से 14 अप्रैल मीन खरमास रहेगा जिसके कारण विवाह नहीं होगें। 15 अप्रैल से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे और 10 जुलाई तक विवाह रहेंगे। 10 जुलाई से देवशयनी एकादशी से चार नवंबर देवोत्थानी एकादशी तक चातुर्मास होने के कारण चार माह तक विवाह आदि कार्य नहीं होंगे। दो अक्टूबर से 20 नवंबर तक शुक्र तारा अस्त है जिसके कारण विवाह 24 नवंबर से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे। सामूहिक विवाह अनुदान के इच्छुक दस्तावेजों के साथ जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा कर सकते हैं।
वसंतोत्सव पर शादियों की बहारः वसंत पंचमी के दिन शहर और ग्रामीण क्षेत्र मिलाकर छह हजार से अधिक शादियों की बुकिंग हो चुकी है। कोरोना के चलते बुकिंग आगे बढ़ाई जा रही है, बावजूद इसके दो हजार के करीब शादियां होंगी। लखनऊ आदर्श टेंट कैटर्स व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि वेडिंग इंडस्ट्रीज को सरकार द्वारा जो गाइडलाइन दी गई है इससे वेडिंग इंडस्ट्रीज से जुड़े सभी व्यापारी नाखुश हैं,व्यापारियों की मांग है कि खुले में क्षमता का 50 फीसद की अनुमति दी जाए। पिछले कोरोना काल से ही टेंट, लाइट, कैक्टर्स फ्लावर, बैंड, बग्गी और वैंकेट हाल व लान के मालिक सभी कर्ज में डूबे हैं।