संसद के मानसून सत्र के बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार शाम को 10 जनपथ पर मुलाकात की। इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनावों के विपक्षी एकता के स्वरूप पर दोनों विपक्ष के प्रमुख नेत्री बातचीत की।
नई दिल्ली । संसद के मानसून सत्र के बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार शाम को 10 जनपथ पर मुलाकात की। इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनावों के विपक्षी एकता के स्वरूप पर दोनों विपक्ष के प्रमुख नेत्री बातचीत की। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ और आनंद शर्मा ने ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में पेगासास समेत मूल्य वृद्धि, वैक्सीन व जनहित से जुड़े अन्य मुद्दों पर केंद्र की भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सोनिया जी ने मुझे चाय पर आमंत्रित किया था। राहुल जी भी वहां थे। हमने सामान्य रूप से राजनीतिक स्थिति, पेगासस जासूसी मामले और देश में कोरोना स्थिति पर चर्चा की। साथ ही विपक्ष की एकता पर भी चर्चा की। यह बहुत अच्छी मुलाकात थी। मुझे लगता है कि भविष्य में सकारात्मक परिणाम सामने आने चाहिए।
पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी से जब पूछा गया कि क्या वह विपक्ष का नेतृत्व करेंगी? तो उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए सबका साथ आना जरूरी है…अकेला, मैं कुछ भी नहीं- सबको मिलकर काम करना होगा। मैं नेता नहीं हूं, मैं एक कैडर हूं। मैं सड़क की शख्स हूं।
इससे पहले ममता बनर्जी ने बुधवार सुबह पार्टी सांसदों के साथ बैठक की। ममता की अध्यक्षता में तृणमूल संसदीय दल की यह बैठक दोपहर एक बजे से राज्यसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक सुखेंदु शेखर राय के आवास पर हुई।
गौरतलब है कि हाल में तृणमूल संसदीय दल का अध्यक्ष चुने जाने के बाद ममता की पार्टी सांसदों के साथ यह पहली बैठक थी। तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी सांसदों को पेगासास समेत अन्य मुद्दों पर मोदी सरकार को संसद से लेकर सड़क तक घेरने व अन्य पहलुओं के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आज शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात करेंगी।