आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाली अकेले ही 36 अंग्रेजों को मौत के घाट उतारने वाली पासी समाज में जन्मी विरांगना ऊदा देवी पासी को याद करते हुए आजाद समाज पार्टी कांशीराम के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा-164 मोहान में निकाला कैंडल मार्च दी भावभीनी श्रद्धांजलि।
आवाज़ –ए– लखनऊ ~ महेन्द्र कुमार
हसनगंज (उन्नाव) – विधानसभा 164-मोहान ब्लॉक हसनगंज में आजाद समाज पार्टी कांशीराम के कार्यकर्ताओं ने पासी समाज में जन्में महापुरुषों को याद करते हुए 16 दिसंबर ऊदा देवी पासी की वीरता /शौर्य को याद करते हुए सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ निकाला कैंडल मार्च हसनगंज ब्लॉक परिसर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी भावभीनी श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया समापन।
आजाद समाज पार्टी के मोहान विधानसभा उपाध्यक्ष मोनू रावत ने अपने साथियों को जानकारी देते हुए महापुरुषों की विचारधारा पर बात रखते हुए पासी समाज में जन्मे महापुरुषों के बलिदानों की जानकारी साझा की कहा हमें हमारे इतिहास को जानने की जरूरत है पढ़ोगे तो बढ़ोगे का नारा दिया।
जानकारी साझा करते हुए बताया ऊदा देवी और उनके पति मक्का पासी, दोनों नवाब वाजिद अली शाह की सेना में तैनात थे ऊदा देवी की ड्यूटी बेगम हजरत महल की सुरक्षा में लगी थी 1857 की जंग शुरू थी देश में आजादी की अलख जग उठी थी पति की मौत के बाद वे शोक में नहीं बैठीं बल्कि उनके अंदर एक ज्वाला उठी और मन में अंग्रेजों से बदला लेने की ठानी। देश भक्ति उनके खून में उबाल मारती रहती अंग्रेजो का गुलाम बनकर रहना उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं था वे चाहती थीं कि किसी भी तरह से अंग्रेज अवध से चले जाएं। 16नवम्बर को बदलें की भावना लेकर बंदूक उठाया और पहुंच गईं सिकंदरा बाग लखनऊ यहां बड़ी संख्या में भारतीय जवान पहले से मौजूद थे अंग्रेजों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने सिकंदरबाग पर हमला करने की तैयारी के साथ पहुंचे अंग्रेज कुछ करते, उससे पहले ऊदा देवी सिकंदरबाग में मौजूद पीपल के पेड़ पर चढ़ गईं पुरुषों की वर्दी पहने पीपल के पेड़ से ही उन्होंने एक-एक कर 36 अंग्रेज सिपाहियों को गोलियों से भून डाला । मौके पर आजाद समाज पार्टी कांशीराम के जिला महासचिव, विधानसभा अध्यक्ष रामकिशन रावत व उपाध्यक्ष मोनू रावत , हसनगंज प्रधान संदीप यादव, राजेश कुमार गौतम सहित सैकड़ों की संख्या में आजाद समाज पार्टी के रहे मौजूद।