भिनगा क्षेत्र के एकघरवा गांव में स्थित कुट्टी पर गुरुवार की रात चोरों ने धावा बोल दिया। चोर यहां रखी अष्टधातु की छह प्राचीन मूर्तियां उठा ले गए। इनका वजन लगभग 15 किलोग्राम बताया जाता है। सुबह पूजा-अर्चना के लिए मंदिर का कपाट खोला गया तो चोरी की जानकारी हुई।
श्रावस्ती, भिनगा क्षेत्र के एकघरवा गांव में स्थित कुट्टी पर गुरुवार की रात चोरों ने धावा बोल दिया। चोर यहां रखी अष्टधातु की छह प्राचीन मूर्तियां उठा ले गए। इनका वजन लगभग 15 किलोग्राम बताया जाता है। सुबह पूजा-अर्चना के लिए मंदिर का कपाट खोला गया तो चोरी की जानकारी हुई। पुजारी ने भिनगा कोतवाली में तहरीर दी है। एसपी अरविंद कुमार मौर्य ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच-पड़ताल की। एकघरवा में प्राचीन राज-जानकी मंदिर स्थित है। इसमें भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुधन, सीता के साथ राधा-कृष्ण समेत कुल 12 देवी-देवताओं की अष्टधातु की मूर्तियां रखी हुई थीं। दो वर्ष पूर्व जब मंदिर जर्जर हो कर टूट कर गिर गया तो यहां स्थापित सभी मूर्तियों को गांव के ही पदुमनाथ तिवारी के घर के एक मंदिरनुमा कमरे रखवा दिया गया। इन मूर्तियों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
यहीं ग्रामीण नियमित रूप से पूजा-पाठ करते थे। गुरुवार को पूजा-पाठ के बाद पुजारी ने मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया। सुबह उठे तो देख कि मंदिर में रखीं भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमानजी की तीन छोटी व सीता माता, राधा व लक्ष्मणजी की तीन बड़ी मूर्तियां गायब थीं। चोरी की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। लक्ष्मनपुर पुलिस चौकी प्रभारी वीरपाल सिंह तोमर पुलिस टीम के साथ पहुंचे। मंदिर में जांच-पड़ताल की। एसपी अरविंद कुमार मौर्य ने बताया कि मूर्ति चोरी के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। क्राइम ब्रांच की तीन टीमों को मूर्ति की बरामदगी के लिए लगाया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
एक वर्ष पूर्व भी गायब हुई थी मूर्तियांः राम-जानकी मंदिर की मूर्तियां करोड़ों रुपये की बताई जाती हैं। इस पर लंबे समय से चोरों की नजर है। लगभग एक वर्ष पूर्व भी पदुमनाथ तिवारी के घर से मूर्ति चोरी हुई थी। इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमा दर्ज करवाने वाले के नाती व उसके अन्य साथी जेल भी भेजे गए थे।
नेपाल सीमा पर फैला है मूर्ति तस्करों का संजालः श्रावस्ती जिले की सीमा नेपाल से सटी है। नेपाल सीमा पर मूर्ति तस्करों का संजाल फैला हुआ है। मंदिरों से गायब होने वाली मूर्तियां इन्हीं तस्करों के हाथ से सीमा के पार पहुंचा दी जाती हैं। इसकी अच्छी कीमत भी मिल जाती है। पुलिस को घटना का अनावरण करने के लिए सीमा पर भी नजर रखना होगा।