श्रीलंका में अप्रैल अंत तक सूखेंगे पेट्रोल पम्प, भारत की आपूर्ति भी तेजी से हो रही खत्म, श्रीलंकाई तमिलों का पलायन शुरू

श्रीलंका में हालात दिनों-दिन खराब ही होते जा रहे हैं। ईंधन संकट खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है। पड़ोसी द्वि‍पीय देश में भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंकाई लोगों ने वहां से पलायन कर भारत आना शुरू कर दिया है।

 

कोलंबो, पीटीआइ। श्रीलंका में इस महीने के अंत तक डीजल की कमी हो सकती है और विदेशी भंडार की अभूतपूर्व कमी के बीच ईंधन की खरीद के लिए भारत की ओर से दी गई 50 करोड़ डालर की आर्थिक मदद भी तेजी से खत्म हो रही है। इस बीच, भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंकाई लोगों ने वहां पलायन कर भारत आना शुरू कर दिया है। श्रीलंका के मन्नार से एक नाव में बैठकर एक परिवार शुक्रवार को ही भारत के दक्षिणी छोर रामेश्वरम में पहुंचा है। चार सदस्यीय यह परिवार धनुषकोटि के करीब स्थित अरिचालमुनाई में उतरा है।

मंडपम रिफ्यूजी कैंप भेजे गए रिफ्यूजी

इस चार सदस्यीय श्रीलंकाई परिवार को पूछताछ के बाद मंडपम रिफ्यूजी कैंप में भेजा गया है। श्रीलंका से आया यह तमिल परिवार आर्थिक संकट के कारण आने वाला पहला तमिल परिवार नहीं है। इससे पहले एक परिवार कृष्णागिरी रिफ्यूजी कैंप में आया है। इससे पहले भी 16 श्रीलंकाई नागरिक समुद्र के रास्ते भागकर मंडपम रिफ्यूजी कैंप में रुके हैं।

तमिलनाडु भेजेगा राहत सामग्री

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार को बताया है कि तमिलनाडु दवाइयां और चावल जैसे जरूरी वस्तुओं से लदे जहाज श्रीलंका भेजने को तैयार हैं। अधिकारियों के अनुसार, श्रीलंका में ईंधन की तीन और भारतीय शिपमेंट 15, 18 और 23 अप्रैल को आने वाले हैं और यह आपूर्ति भी जल्द ही समाप्त जाएगी।

विपक्ष की अविश्वास प्रस्ताव की धमकी

 

श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दल ने सरकार से कहा कि वह इस आर्थिक संकट का जल्द समाधान करे अन्यथा अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार रहे। श्रीलंका में गोटबाया राजपक्षे की सरकार से अब तक 41 सांसद अलग हो चुके हैं।

कर्ज से मुक्ति के लिए काम करे सरकार

विपक्षी दल के नेता सनथ प्रेमदासा का कहना है कि कर्ज से मुक्ति के लिए काम करना चाहिए। वित्तीय सलाहकारों की नियुक्ति कर कर्ज के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। जनता के गुस्से ने और कई सांसदों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की सरकार छोड़ने के लिए भी दबाव बनाया है। 1948 में ब्रिटेन से स्वतंत्र होने के बाद से श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।

 

श्रीलंका नहीं जाएगी भारतीय सेना

कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले उन रिपोर्टो से इन्कार किया है जिनमें दावा किया गया था कि आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में भारतीय सेना तैनात की जाएगी। यह अफवाह वहां एक अप्रैल से फैली है। भारत सरकार ने इस अफवाह को वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में खारिज किया है।

भारत श्रीलंका का बड़े भाई जैसा : महानामा

श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर रोशन महानामा ने कहा कि भारत हमेशा से हर मुश्किल में श्रीलंका के साथ एक बड़े भाई की तरह खड़ा रहा है। उन्होंने इस भीषण आर्थिक संकट में श्रीलंका का साथ देने के लिए भारत को धन्यवाद दिया है। महानामा ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत की तरह ही हमारे संबंध पाकिस्तान और चीन से भी अच्छे हैं। संकट की इस घड़ी में मदद के लिए सभी को आगे आना चाहिए।

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