सर‍िया की बढ़ती कीमतों ने भवन न‍िर्माण पर लगाया ब्रेक, 15 दिन में प्रत‍ि टन करीब दस हजार का उछाल

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध से कच्चे माल की आपूर्ति बाधित होने और काेयले की कीमतों में निरंतर तेजी से उत्‍तर प्रदेश में सरिया की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। प‍िछले 15 दिन में सरिया के रेट में बड़ा उछाल आया है।

 

लखनऊ । रूस और यूक्रेन युद्ध से कच्चे माल की आपूर्ति बाधित होने और काेयले की कीमतों में निरंतर तेजी से सरिया की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। 15 दिन में सरिया के रेट में बड़ा उछाल दर्ज किया गया है। यह तेजी कब थमेगी बताने वाला कोई नहीं? बीते पंद्रह दिन में 66,000 रुपये टन वाली सरिया 75,000 रुपये टन तक पहुंच गई है। वहीं 80,000 रुपये वाले टाप ब्रांड 88,000 रुपये टन का आंकड़ा पार कर चुके हैं। कारोबारियों का कहना है कि सरिया के भाव ने निर्माण कार्य की गति पर एकदम से ब्रेक लगा दिया है।

सरिया के हर ब्रांड में लगातार तेजी बनी हुई है। पहले से ही इस्पात का बाजार गर्म था, अब और रूस-यूक्रेन युद्ध का असर कीमतों पर पड़ रहा है। कच्चे माल की उपलब्धता बहुत कम हो गई है। कोयला भी महंगा है। छोटी मिलें बंद हो गई हैं। रायपुर, गैलेंट, कामधेनू, टाटा, जिंदल समेत सभी ब्रांड की सरिया की महंगी है।   -विशाल अग्रवाल, आयरन स्टील के थोक कारोबारी, ऐशबाग

स्टील बहुत तेज है। बीते पंद्रह दिनों में सरिया का रेट 25 फीसद तक चढ़ चुका है। यह तेजी कहां रुकेगी कहना मुश्किल है। भवन निर्माण के काम में बाधा खड़ी हो गई है।    -श्याममूर्ति गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष उप्र. सीमेंट व्यापार संघ

सरिया के अलग-अलग ब्रांड की कीमत (प्रति टन रुपये में)

फरवरी शुरुआत  -15 दिन पहले     -आज का रेट

66,000               – 70,000            -75,000

68,000               – 74,000            – 80,000

70,000               – 76,000            – 82,000

80,000               – 83,000            – 88,000

नोट- ये रेट थोक सरिया बाजार के कारोबारी विशाल अग्रवाल द्वारा बताए गए हैं। 

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