भारत में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। DGCA द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में 65 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अब यह संख्या एक करोड़ के पार निकल चुकी है।
मुंबई, बिजनेस डेस्क। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले सितंबर में 64.61 प्रतिशत बढ़कर 10.35 मिलियन हो गई। आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय घरेलू एयरलाइंस ने लोकल एयर रूट्स पर लगभग 76 लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया। इसमें आकासा एयर के आंकड़े शामिल नहीं हैं। आपको बता दें कि अकासा एयर ने इस साल 7 अगस्त से घरेलू मार्गों पर अपनी उड़ान सेवाएं शुरू की हैं।
डीजीसीए के आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त 2022 में 72.5 प्रतिशत PLF के मुकाबले घरेलू एयरलाइन्स का औसत यात्री भार 77.5 प्रतिशत था। पीएलएफ एक एयरलाइन मीट्रिक है जो यह मापता है कि एयरलाइन की यात्री क्षमता का कितना उपयोग किया गया है।
इंडिगो रहा टॉप परबाजार हिस्सेदारी के मामले में प्रमुख डोमेस्टिक कैरियर इंडिगो ने कुल घरेलू ट्रैफिक का 57 प्रतिशत हिस्सा अपने नाम किया। इसने अपने घरेलू नेटवर्क में 59.72 लाख यात्रियों को जोड़ा। इसके बाद बाजार में दूसरे नंबर पर विस्तारा रहा, जिसने 9.96 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी अपने नाम की। इसने 9.96 लाख यात्रियों को उनकी मंजिल पर पहुंचाया। विस्तारा, एयर इंडिया और एयरएशिया इंडिया की संयुक्त बाजार हिस्सेदारी सितंबर में 24.7 फीसदी थी।
किसकी फ्लाइट रही राइट टाइमअगर फ्लाइट के टाइम से चलने की बात करें तो विस्तारा ने इसमें बाजी मार ली है। इसकी 91 प्रतिशत उड़ानें सही समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचीं। आपको बता दें कि विस्तारा में टाटा समूह की 49 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि एयरएशिया इंडिया में इसकी 83.67 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा समूह ने अपने निजीकरण के बाद इसी साल 27 जनवरी को एयर इंडिया पर नियंत्रण हासिल किया था।