रोहित के परिवार वाले घटनास्थल से कुछ दूरी पर अपने खेत में धान के पाैधों की रोपाई कर रहे थे। रोहित को घायल देखकर उसके मां-बाप रोने लगे और फिर उसे इलाज के लिए उसे बाइक से महमूदाबाद ले गए थे।
सीतापुर, महमूदाबाद क्षेत्र के ढखिया में सोमवार सुबह को खेत जा रहे पांच वर्षीय बालक को कुत्तों ने नोंच डाला। घायल बालक को परिवारजन निजी चिकित्सक के यहां लेकर पहुंचे। स्वास्थ में सुधार न होते देख परिवारजन बालक को लेकर लखनऊ के निजी अस्पताल में पहुंचे, जहां इलाज के दौरान बालक की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह सात बजे ढखिया के बराती लाल का बेटा रोहित अकेले ही खेत जा रहा था। गांव से बाहर निकलने के बाद जैसे ही रास्ते पर पहुंचा, तभी दो-तीन कुत्तों ने उसे घेर लिया और नोचने लगे। थोड़ी देर बाद कुत्ते उसे घसीटकर पास के ही खेत में ले गए। रोहित के दाऊ राजू ने बताया, रास्ते पर निकल रहे गांव के प्रताप और प्रकाश ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो उसे बचाने पहुंचे। कुत्तों को भगाया और बालक को उठाकर उसके मां-बाप के पास ले गए।
रोहित के परिवार वाले घटनास्थल से कुछ दूरी पर अपने खेत में धान के पाैधों की रोपाई कर रहे थे। रोहित को घायल देखकर उसके मां-बाप रोने लगे और फिर उसे इलाज के लिए उसे बाइक से महमूदाबाद ले गए थे। इसके बाद वह लोग लखनऊ अस्पताल ले गए थे, जहां उसकी मौत हो गई। परिवारजन ने शाम बालक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। इस मामले में महमूदाबाद कोतवाल अनिल पांडेय ने बताया कि कुत्तों के नोचने से बालक की मौत के मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से कोतवाली में कोई खबर नहीं दी गई है। जानकारी की है तो पता चला है कि पीड़ित परिवार वालों ने बच्चे के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।
आदमखोर हो गए हैं कुत्ते : बराती लाल के दो बेटों में रोहित छोटा था। बड़ा बेटा मोहित कुमार आठ वर्ष का है। रोहित के दाऊ राजू ने बताया, उनके गांव और आसपास के गांवों के खेतों में कुत्ते झुंड के रूप में घूमते रहते हैं। ये कुत्ते काफी खुंखार हो गए हैं। शनिवार को बंदर के बच्चे को नोच डाला था। इससे पहले ढखिया पुरवा में ही बकरी के बच्चे को नोच डाला था। भगियापुर अंबर गांव में कुत्तों ने मवेशी के बच्चे को नोच डाला था।
हादसा देख सहम गए हैं गांव वाले : ढखिया गांव में बराती लाल के बेटे का हाल देखकर गांव के लोग भयभीत हो गए हैं। गांव के शियाराम, बंधीधर मास्टर, प्रताप कुमार, राजाराम, बहोरीलाल ने कहा, झुंड के रूप में कुत्ते गांव से लेकर खेतों तक घूमते रहते हैं। इसलिए अब वह लोग भी अपने बच्चों को खेत पर नहीं जाने देंगे।
सीओ परिवारजन से मिले : घटना की जानकारी पाकर ढखिया गांव पहुंचे सीओ रविशंकर प्रसाद ने बराती लाल और उनके परिवारजन से मुलाकात की है। सीओ ने गांव वालों को भरोसा दिया है कि नगर पालिका व वन विभाग के अधिकारियाें के सहयोग से कुत्तों को पकड़वाएंगे।