आरोप है कि बुद्धा व उसकी पत्नी और उसके बेटे सलामू सबीले ने अजीजा को लात-घूसों से मारापीटा। इसी दौरान वहीं से गुजरे ट्रैक्टर से अजीजा टकराकर घायल हो गई। मारपीट में बुद्धा की पत्नी शबरुल भी घायल हुई है पर अजीजा ने बहन को आरोपित नहीं बनाया है।
सीतापुर, सदरपुर के रमद्वारी में जमीनी विवाद में जीजा-साली भिड़ गए। इसमें साली व उसकी बहन घायल हुईं हैं। साली की मौत हो गई है, जबकि उसकी बहन महमूदाबाद सीएचसी से लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर हुई है। घटना में बहन के साथ ही घायल हुई साली (अजीजा) की तहरीर पर पुलिस ने उसके जीजा व इसके तीनों बेटों के विरुद्ध एनसीआर दर्ज की थी। थानाध्यक्ष अमित सिंह भदौरिया ने बताया, इलाज के दौरान अजीजा की मौत हो गई है। इसलिए अब आरोपितों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा लिखा जा रहा है। तीनों आरोपित पुलिस हिरासत में हैं। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह बुद्धा अपनी पत्नी शबरुल के हिस्से वाले खेत को जोतवाने जा रहे थे। जिस पर अजीजा ने बुद्धा का विरोध करना शुरू कर दिया।
आरोप है कि बुद्धा व उसकी पत्नी और उसके बेटे सलामू, सबीले ने अजीजा को लात-घूसों से मारापीटा। इसी दौरान वहीं से गुजरे ट्रैक्टर से अजीजा टकराकर घायल हो गई। मारपीट में बुद्धा की पत्नी शबरुल भी घायल हुई है, पर अजीजा ने तहरीर में बहन को आरोपित नहीं बनाया है। घटना के बाद परिवारजन घायल अजीजा को थाने लेकर पहुंचे, जहां पुलिस ने घायल महिला से तहरीर प्राप्त की। इसके बाद पुलिस अजीजा को मेडिकल परीक्षण के लिए बिसवां सीएचसी भेजा, जहां उसकी कुछ देर बाद मौत हो गई। उधर, घायल शबरुल के पति बुद्धा पत्नी को लेकर महमूदाबाद सीएचसी पहुंचे। यहां प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने शबरूल को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है।
ससुर की जमीन पर शबरुल का पति भी जमा रहा था हकदारी : रमद्वारी के रहमुद्दीन के चार बेटियां हैं। इनमें तीन बेटियां गांव में ही ब्याही हैं। इनमें शबरुल बुद्धा और अजीजा फकरुल्ला को ब्याही हैं। रहमुद्दीन के पास 27 बीघे खेती थी। कोई बेटा नहीं होने से रहमुद्दीन ने जीते जी अपनी जमीन की वरासत बेटियों के नाम कर दी थी। अजीजा ने मरने से पहले दी तहरीर में दावा किया था कि उसके पिता रहमुद्दीन ने पूरी जमीन व घर उनके नाम वरासत कर दिया था। इसी बात को लेकर शुक्रवार को झगड़ा हुआ। इसमें अजीजा की जान चली गई।