SBSP SP Alliance in UP Election 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी साथ मिलकर लड़ेंगे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को ट्वीट कर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) साथ मिलकर लड़ेंगे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को ट्वीट कर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने अपने ट्वीट में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनकी मुलाकात का एक वीडियो भी शेयर किया है। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा है कि दोनों पार्टियां मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगी।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट कर कहा कि ‘अबकी बार, भाजपा साफ। समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मिलकर आए साथ। दलितों, पिछड़ों अल्पसंख्यकों के साथ सभी वर्गों को धोखा देने वाली भाजपा सरकार के दिन हैं बचे चार। पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के सुप्रीमो अखिलेश यादव से शिष्टाचार मुलाकात की।’
ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट के कुछ देर बाद माजवादी पार्टी ने भी आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर कहा कि ‘वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग की लड़ाई समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मिलकर लड़ेंगे। सपा और सुभासपा आए साथ, यूपी में भाजपा साफ!’
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने पत्रकार वार्ता में कहा कि समाजवादी पार्टी यदि एक भी सीट नहीं देगी तब भी वह सपा के साथ रहेंगे। बाकी बातों का खुलासा मऊ में 27 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत में होगा। इस महापंचायत में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में सीटों का कोई भी झगड़ा नहीं है। भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए हमने यह समझौता किया है।
बता दें कि पिछले दिनों सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि 27 अक्टूबर को गठबंधन की घोषणा हो जाएगी। इसी बीच उन्होंने मंगलवार को साफ कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। गठबंधन ऐसी पार्टी से करेंगे जो अमन-चैन व भाईचारे की राजनीति करती हो और जो हिंदू और मुस्लिम को आपस में बांटने का काम न करे। उन्होंने गठबंधन के लिए सपा व बसपा की तरफ इशारा भी किया था। चूंकि बसपा प्रमुख मायावती पहले ही किसी दल के साथ समझौता न करने की घोषणा कर चुकी हैं, ऐसे में सपा के साथ ही गठबंधन की प्रबल संभावना जताई जा रही थी।