सुरेश रैना ने बताया मैदान पर उनके और धौनी के बीच मैदान पर कब और क्यों हुई थी नोकझोंक,

सुरेश रैना ने इसके बाद मुस्कुराते हुए कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करने गया तो धौनी भाई ने पीछे से कहा आओ-आओ कप्तान साहब आओ। फिर मैंनें कहा कि मैं आ रहा हूं जरा पीछे तो हटो। ये सब बहुत मजेदार था।

 

नई दिल्ली । एम एस धौनी और सुरेश रैना काफी अच्छे दोस्त हैं और जब वो भारतीय टीम के लिए खेलते थे तब भी उनकी बॉन्डिंग के चर्चे होते थे। अब दोनों सीएसके के लिए खेलते हैं और उनकी दोस्ती उसी तरह की है। क्रिकेट के मैदान पर दोनों ने साथ में कई मैचो में टीम को जीत दिलाई है और फैंस को कई यादगार पल दिए हैं और ये सफर फिलहाल जारी है। ये तो कोई सोच भी नही सकता कि, धौनी और रैना के बीच कभी किसी बात पर आपस में नोकझोंक हुई हो, लेकिन ऐसा हुआ है। इसका खुलासा खुद रैना ने 22 यार्ड्स पोडकास्ट पर गौरव कपूर से बात करते हुए बताया। रैना ने कुछ घटनाओं का खुलासा किया जब उनके और धौनी के बीच किसी बात को लेकर नोकझोंक हुई थी।

आइपीएल में जब सीएसके को दो साल के लिए बैन कर दिया गया था तब धौनी और रैना अलग-अलग टीमों के लिए खेले थे। उस दौरान गुजरात और पुणे के बीच खेले गए एक मैच के बारे में जिक्र करते हुए बाएं हाथ के बल्लेबाज रैना ने बताया कि, धौनी ने किस तरह से उनका क्रीज पर स्वागत किया था। रैना ने कहा कि, हम राजकोट में खेल रहे थे और आर अश्विन गेंदबाजी कर रहे थे। ब्रैंडन मैकुलन नॉन-स्ट्राइक पर थे और मैं बल्लेबाजी कर रहा था। धौनी भाई बल्लेबाजी कर रहे थे और फॉफ डुप्लेसिस पहले स्लिप पर खड़े थे। मुझे ऐसा लगा जैसे कि हम अपने पड़ोस की कांगा लीग खेल रहे थे।

रैना ने इसके बाद मुस्कुराते हुए कहा कि, जब मैं बल्लेबाजी करने गया तो धौनी भाई ने पीछे से कहा, आओ-आओ कप्तान साहब आओ। फिर मैंनें कहा कि, मैं आ रहा हूं जरा पीछे तो हटो। ये सब बहुत मजेदार था। वहीं एक अन्य घटना के बारे में रैना ने जिक्र करते हुए कहा कि, 2018 में हम आयरलैंड गए थे और मैच के बाद हमने काफी इन्जॉय किया। धौनी भाई वहां मेरे लिए ड्रिंक्स लेकर आए थे। एक बार उन्हें लगा कि मैं बहुत ज्यादा बैट और दस्ताने मांग रहा हूं तो वह पूरा किट बैग ही मैदान पर लेकर आ गए और कहा, ‘जो लेना है ले ले, मुझे दोबारा मैदान पर मत बुलाइयो।’ मुझे लगता है मैं केएल राहुल के साथ बैटिंग कर रहा था। हम दोनों ने हाफ सेंचुरी लगाई थी।’ रैना ने हंसते हुए कहा, ‘मैंने फिर भी कहा, ‘एक काम करो, एक ग्रिप भी लेकर आओ।’ और उन्होंने कहा, ‘बहुत बड़े वाला है तू, तू रुक जा, पानी पी, मैं लेकर आता हूं।’ तो यह काफी मजेदार था। मैंने खुद से कहा कि मैं उस दिन पूरा बदला लूंगा।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *