सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) को तय समय से पहले छुड़ाने के लिए 4813 रुपये प्रति इकाई के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा आठ फरवरी 2022 को समय से पहले एसजीबी को छुड़ाने के लिए प्रति इकाई 4813 रुपये का मोचन मूल्य होगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को कहा कि आठ फरवरी को बकाया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) को तय समय से पहले छुड़ाने के लिए 4,813 रुपये प्रति इकाई के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।
8 फरवरी से पहले की तय हुई कीमत
आरबीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा, “आठ फरवरी, 2022 को समय से पहले एसजीबी को छुड़ाने के लिए प्रति इकाई 4,813 रुपये का मोचन मूल्य होगा। यह मूल्य 31 जनवरी से चार फरवरी के बीच सोने के बंद भाव के औसत के आधार पर है।”
सोना भौतिक रूप से रखने का विकल्प
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) दरअसल सरकारी प्रतिभूतियां हैं और यह भौतिक सोना रखने का एक विकल्प हैं। बॉन्ड भारत सरकार की ओर से रिजर्व बैंक द्वारा जारी किया जाता है। 14 जनवरी 2016 को जारी एसजीबी पर सरकारी अधिसूचना के अनुसार, ऐसे स्वर्ण बांड जारी करने की तारीख से 5वें वर्ष के बाद ब्याज देय होने की तारीख से रीडेम्शन की इजाजत दी जा सकती है।
स्वर्ण बांड योजना की दूसरी किस्त
जनवरी 2016 में यह सरकार की स्वर्ण बांड योजना की दूसरी किस्त थी, जिसे नवंबर 2015 में लॉन्च किया गया था। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली किस्त 05-20 नवंबर, 2015 के बीच खरीद के लिए उपलब्ध हो गई थी। SGB का मूल्य 999 शुद्धता वाले सोने के साधारण औसत समापन मूल्य पर आधारित है। इसलिए, पहले भुनाने की तारीख 08 फरवरी, 2022 होगी।
जनवरी में आई थी किस्त
बता दें कि जनवरी में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सरकारी स्वर्ण बांड योजना 2021-22 की नई श्रृंखला के लिए 4,786 रुपये प्रति ग्राम का निर्गम मूल्य तय किया था। यह स्वर्ण बांड योजना 2021-22 की 9वीं सीरीज थी। भारत सरकार ने आरबीआई के साथ परामर्श के बाद यह मूल्य तय किया था। साथ ही तय हुआ था कि ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल भुगतान करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिले।