सोना हजार का आंकड़ा छूने को बेताब है। जानकारों का मानना है कि इस दीपावली पर सोने के रेट 95 हजार से एक लाख रुपये तक होने की संभावनाएं हैं। यूक्रेन और रूस के युद्ध से भी सोने की बढ़ती कीमतों को देखा जा रहा है। बढ़ती कीमतों से रोजमर्रा के ग्राहक दूर हो गए हैं।
लखनऊ। सोने के दाम में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। हर दिन बढ़ रहे सोने के दाम अगर इसी रफ्तार से बढ़ते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब सोना 85 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पहुंच जाएगा। सोने से रोजमर्रा वाले ग्राहकों ने फिलहाल दूरी बना ली है। सहालग होने के बाद भी जो चहल-पहल दिखनी चाहिए वह बाजार में कम है। सात अप्रैल 2023 को दैनिक जागरण ने खबर प्रकाशित की थी कि सोने के दाम एक से दो साल में 75 से अस्सी हजार के ऊपर जा सकते हैं। एक साल में 62 हजार से बढ़कर 74,950 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गए हैं।
साेने के दाम में उछाल के पीछे का कारण
पीली धातु पेपर गोल्ड के रूप में भी खूब छायी हुई है। संघई इंटरनेशनल एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियां कुल सोने की कीमत का सात फीसद रुपये देकर सोना बुक करा रही हैं और दाम बढ़ने पर मुनाफा कमाकर बाहर निकल रही है। सोने के दामों में उछाल यह भी बड़ा कारण हैं। इंडियन बुलियंस एवं ज्वेलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (इब्जा) के नार्थ इंडिया हेड अनुराग रस्तोगी कहते हैं कि सोने की बढ़त अभी जारी रहेगी। 85 हजार तक चंद माह में ही पहुंचेगा और निकट भविष्य में यही सोना एक लाख रुपये प्रति दस ग्राम होगा। वहीं चांदी 82,700 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू लिया है। इसकी संभावना दीपावली तक 95 हजार से एक लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंचने की है।
गोल्ड के रेट निकट भविष्य में एक लाख रुपये प्रति दस ग्राम तक जाएंगे। भारत, चीन व रूस बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं। इसके साथ ही रूस व यूक्रेन और अब इरान व इजराइल युद्ध भी सोने के दाम बढ़ने का बड़ा कारण हैं। भारत सरकार ने एक साल में 13 टन सोना खरीदा है। सिर्फ जनवरी 2024 में 8.7 सोना टन भारत ने खरीदा है। सोने के दाम अस्सी से 85 हजार रुपये प्रति दस ग्राम छूने को बेताब है। इसके पीछे कारण इरान व इजराइल के बीच तनातनी और कई देशों द्वारा सोने की बड़ी मात्रा में खरीद हैं।