हरदोई के एक मदरसे में आयोजित कार्यक्रम में मौलाना ने विवादित बयान दिया। जिसका वीडियो अब तेजी से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। मौलाना ने वीडियों में कहा कि हमें मजहबी आजादी चाहिए हमें कुरान की आजादी चाहिए हमें इबादत और गांव की हिफाजत चाहिए। हमें इज्जत और आबरू की हिफाजत चाहिए हमें इस्लाम की हिफाजत चाहिए।
हरदोई, एक मौलाना ने 15 अगस्त को मस्जिद परिसर में मदरसे में माइक से विवादित बयान दिया, जिसका वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। स्वतंत्रता दिवस पर मौलाना भाषण में कह रहे हैं कि ऐसी आजादी पर हम कल भी लात मारते थे, आज भी लात मारते हैं। पुलिस ने वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी हैं। मौलाना के बयान पर हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।
गोपामऊ की लालपीर मस्जिद के मदरसे में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण में मौलाना अब्दुलर्रहमान जामई ने कहा कि इस्लाम के जनाजे निकाले जा रहे हैं, कुर्बानी पर पाबंदी लगाई जा रही है, कब्रिस्तान के ऊपर कब्जा किया जा रहा है, लाउडस्पीकर पर अजान पढ़ने पर मुकदमा दर्ज हो रहा है। इतना ही नहीं मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड को बदलने का प्रयास किया जा रहा है।
यह कैसी जम्हूरियत, यह कैसी आजादी, मुसलमानों के मजहबी मामलों में घुसपैठ है। अगर आजादी इसी का नाम है तो ऐसी आजादी पर हम कल भी लात मारते थे, आज भी लात मारते हैं। उन्होंने वीडियो में आगे कहा कि हमें मजहबी आजादी चाहिए, हमें कुरान की आजादी चाहिए, हमें इबादत और गांव की हिफाजत चाहिए।
हमें इज्जत और आबरू की हिफाजत चाहिए, हमें इस्लाम की हिफाजत चाहिए। आज हिंदुस्तान में यही हो रहा है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गेश सिंह ने कहा कि मौलाना अब्दुलर्रहमान जामई का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद इस मामले की जांच की जा रही है।