अधिवक्ता शरद यादव ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब दो बजे वह जिला एवं सत्र न्यायालय में शासकीय कार्य में व्यस्त थे। इस बीच उनके पास एक मोबाइल नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने गाली-गलौज की और पांच लाख रुपये प्रति माह की रंगदारी मांगी।
लखनऊ, जियामऊ हजरतगंज निवासी अधिवक्ता शरद यादव से धनंजय सिंह के नाम से पांच लाख रुपये प्रति माह की रंगदारी मांगी गई। मांग पूरी न होने पर हाईकोर्ट चौराहे पर उनकी हत्या कर देने की धमकी भी दी गई। अधिवक्ता के आरोप पर वजीरगंज पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर धनंजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिवक्ता शरद यादव ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब दो बजे वह जिला एवं सत्र न्यायालय में शासकीय कार्य में व्यस्त थे। इस बीच उनके पास एक मोबाइल नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने गाली-गलौज की और पांच लाख रुपये प्रति माह की रंगदारी मांगी। विरोध पर उसने हाईकोर्ट चौराहे पर हत्या कर देने की धमकी दी। फोन पर मिली धमकी से वह बहुत डर गए।
अधिवक्ता ने बताया फोन पर धमकी देने वाले ने व्यक्ति ने अपना नाम धनंजय सिंह बताया था। अधिवक्ता ने बताया कि उन्होंने मामले की जानकारी वजीरगंज इंस्पेक्टर को देते हुए लिखित तहरीर मोबइल नंबर और धनंजय सिंह के खिलाफ दी। जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर वजरीगंज धनंजय पांडेय ने बताया कि पड़ताल में पता चला है कि धनंजय सिंह विपुल खंड में रहता है। वह प्रापर्टी का काम करता है। प्रापर्टी को लेकर अधिवक्ता का उनसे विवाद भी हुआ था। अधिवक्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच करने के साथ ही आरोपित की तलाश में दबिश दी जा रही है।
फोन करने वाले ने कहा जनवरी में गोमतीनगर में भी मारी थी एक को गोली : अधिवक्ता शरद ने बताया कि खुद को धनंजय सिंह बताते हुए धमकी देने वाले व्यक्ति ने कहा था कि बीते जनवरी माह में गोमतीनगर में जयपुरिया स्कूल के पास भी एक को गोली मारी थी। अगर तुमने रुपये नहीं दिए समय से तो तुम्हे भी मार दूंगा। अधिवक्ता ने बताया कि बीते 24 जनवरी की रात मूल रूप से आजमगढ़ देवारा हरखपुरा निवासी अंकुर तिवारी को गोली मारी गई थी। उसमें प्रापर्टी डीलर धनंजय सिंह निवासी विपुलखंड का नाम आया था। वह अंकुर से रुपयों की मांग कर रहा था। मांग पूरी न होने पर गोली मार दी थी। अधिवक्ता के मुताबिक वह अंकुर के मामले की पैरवी कर रहे हैं। इसलिए उन्हें भी धमकी मिली है।