संदेह यह भी है कि माफिया अतीक अहमद ने अपनी काली कमाई से डाॅ. अखलाक के परिवार के सदस्यों के नाम बेनामी संपत्तियां भी जुटाई गई हैं। एसटीएफ की एक टीम डाॅ. अखलाक के करीबियों व उनकी संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
लखनऊ, प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की कार्रवाई का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। माफिया अतीक अहमद के बहनाेई डाॅ. अखलाक की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ अब उसकी व उसके कुनबे की संपत्तियों का ब्योरा भी जुटा रही है।
संदेह यह भी है कि माफिया अतीक अहमद ने अपनी काली कमाई से डाॅ. अखलाक के परिवार के सदस्यों के नाम बेनामी संपत्तियां भी जुटाई गई हैं। एसटीएफ की एक टीम डाॅ. अखलाक के करीबियों व उनकी संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
उमेश पाल की हत्या में शामिल माफिया अतीक के बेटे असद व शूटर गुड्डू मुस्लिम को डाॅ. अखलाक ने मेरठ में शरण दिलाने के साथ ही रकम भी उपलब्ध कराई थी। उसने शूटरों एक महिला वकील के खाते में भी 50 हजार रुपये जमा कराए थे, जिसके बाद एसटीएफ ने इस दिशा में अपने पड़ताल के कदम बढ़ाए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अतीक अहमद के विरुद्ध पहले से ही जांच कर रहा है। ऐसे में डाॅ. अखलाक व उसके कुनबे की बेनामी संपत्तियां सामने आने पर ईडी का भी उस पर शिकंजा कस सकता है। मेरठ के अलावा अन्य शहरों में भी डाॅ. अखलाक का नेटवर्क तलाशा जा रहा है। मुंबई व दिल्ली के कुछ बिल्डरों से भी उसकी नजदीकियां होने की बात भी सामने आई है।
अतीक के बाद अब डाॅ. अखलाक पर भी कानूनी शिकंजा कसने लगा है। उमेश पाल की हत्या में शामिल शूटरों की तलाश में जुटी एसटीएफ ने कुछ बिल्डरों की भी पड़ताल तेज की है। प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े उमेश पाल की हत्या के बाद से फरार आरोपित असद, गुड्डू मुस्लिम, अरमान, गुलाम व साबिर पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम है। एसटीएफ की कई टीमें लगातार उनकी तलाश में जुटी हैं। माना जा रहा है कि डाॅ. अखलाक को पुलिस रिमांड पर लेकर नए सिरे से पूछताछ भी की जा सकती है।