बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के तंज करने पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा सपा प्रमुख को सबसे पहले अपने गिरेबान में झांककर देख लेना चाहिए।
लखनऊ ; सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा तंज कसने पर मायावती ने सपा प्रमुख पर पलटवार करते हुए उन्हें मुलायम सिंह का पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव 2019 में जीत का आशीर्वाद देने का किस्सा याद दिलाया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि सपा प्रमुख को सबसे पहले अपने गिरेबान में झांककर देख लेना चाहिए। उनका दामन भाजपा को बढ़ाने व उनसे मेलजोल के मामले में कितना दागदार है।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन सपा प्रमुख द्वारा भाजपा को संसदीय चुनाव जीतने से पहले व उपरान्त आशीर्वाद दिए जाने को कौन भुला सकता है और फिर भाजपा सरकार बनने पर उनके नेतृत्व से सपा नेतृत्व का मिलना-जुलना जनता कैसे भूला सकती है। साथ ही, तत्कालीन सपा प्रमुख द्वारा भाजपा को संसदीय चुनाव जीतने से पहले व उपरान्त आर्शीवाद दिए जाने को कौन भुला सकता है। और फिर भाजपा सरकार बनने पर उनके नेतृत्व से सपा नेतृत्व का मिलना-जुलना जनता कैसे भूला सकती है। ऐसे में सपा साम्प्रदायिक ताकतों से लडे़ तो यह उचित होगा।
दरअसल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को बलिया में एक कार्यक्रम में बसपा सुप्रीमो मायावती को गठबंधन में शामिल करने के सवाल पर कहा कि चुनाव के बाद की उनकी गारंटी कौन लेगा। उनका इशारा उनके पाला बदलने को लेकर था।लोकसभा चुनाव 2019 से पहले तत्कालीन सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में सभी के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव जीतने के लिए शुभकामनाएं दी थी। इन चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन कर लड़े थे इसके बावजूद दोनों मिलकर सिर्फ 15 सीटें ही जीत सके थे।