अमेरिका की पाकिस्तान को चेतावनी, बंद करे आतंकियों के घुसने के रास्ते, जानें- भारत के बारे में क्या कहा

अमेरिका ने कहा है कि वह अफगानिस्तान की सीमा से लगे अपने क्षेत्र में आतंकवादियों के अभ्यारण्यों को भी तुरंत समाप्त कर दे। इस संबंध में अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन की पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा से टेलीफोन पर वार्ता हुई।

 

वाशिंगटन । अमेरिका ने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी है कि वह अपनी सीमा से आतंकवादियों को अफगानिस्तान में प्रवेश कराना बंद करे। अमेरिका ने कहा है कि वह अफगानिस्तान की सीमा से लगे अपने क्षेत्र में आतंकवादियों के अभ्यारण्यों को भी तुरंत समाप्त कर दे। इस संबंध में अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन की पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा से टेलीफोन पर वार्ता हुई। दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

अपनी जमीन को आतंकवादियों को इस्तेमाल न करने दे

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जान किर्वी ने बताया कि पाक से स्पष्ट रूप से कह दिया गया है कि वह अपनी जमीन को आतंकवादियों को इस्तेमाल न करने दे। उन्होंने पाक से यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह अफगानिस्तान की सेना की निरंतर मदद करता रहेगा। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान को तालिबान की सहायता देने वाली स्थितियों से बचना होगा।

पाकिस्तान की सीमा से घुसे दस हजार विदेशी आतंकवादी

उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी पहले ही यह कह चुके हैं कि पाकिस्तान की सीमा से घुसे दस हजार विदेशी आतंकवादी तालिबान के साथ मिलकर अफगान सेना से युद्ध कर रहे हैं। पाकिस्तान ही सभी आतंकवादियों को शरण दिए हुए है।

भारत ने अफगानिस्तान में रचनात्मक भूमिका निभाई : अमेरिका

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अफगानिस्तान में पिछले कई वर्षो से भारत की रचनात्मक भूमिका सराहनीय है। भारत ने अफगानिस्तान के बुनियादी ढांचे के विकास और स्थिरता लाने के लिए के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जान किर्वी ने कहा कि भारत की अफगानिस्तान के विकास में भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। भारत ने यहां के विकास कार्यो में पूरा योगदान देने के साथ ही कई परियोजनाओं को सफलता से पूरा कर बेहतर अफगानिस्तान बनाने में योगदान दिया है। यहां उसने अफगान लोगों को ट्रेनिंग देने के भी कई कार्यक्रम चलाए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *