जापान की संसद के फुमियो किशिदा को अपना नया प्रधानमंत्री निर्वाचित किया। इसके साथ ही उन्होंने आगामी 31 अक्टूबर को जापान में आम चुनाव की घोषणा कर दी है। सरकारी मीडिया एनएचके के अनुसार किशिदा अगले हफ्ते सरकार के कामकाज को स्थगित कर देंगे और आम चुनाव की तैयारी करेंगे।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जापान के नए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को बधाई दी। उन्होंने कहा है कि दोनों देशों के बीच ‘ऐतिहासिक साझेदारी’ उन्हें दुनिया की मौजूदा चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगी। जापान की संसद के फुमियो किशिदा को अपना नया प्रधानमंत्री निर्वाचित किया। इसके साथ ही उन्होंने आगामी 31 अक्टूबर को जापान में आम चुनाव की घोषणा कर दी है। सरकारी मीडिया एनएचके के अनुसार किशिदा अगले हफ्ते सरकार के कामकाज को स्थगित कर देंगे और आम चुनाव की तैयारी करेंगे। किशिदा ने सोमवार को योशीहिदे सुगा की जगह ली है। किशिदा और उनके मंत्रिमंडल को एक महल समारोह में शपथ दिलाई गई।
सुगा के कैबिनेट में दो मंत्रियों को बदला गया
64 वर्षीय पूर्व विदेश मंत्री किशिदा को उदारवादी के रूप में जाना जाता था, लेकिन वह स्पष्ट रूप से पार्टी के प्रभावशाली रुढ़िवादियों को हराने के लिए बलि का बकरा बन गए। जापानी मीडिया ने बताया कि सुगा के तहत कैबिनेट के 20 में से दो पदों को बदला गया है। इनमें से 13 को पहली बार मंत्री नियुक्त किया गया। अधिकांश पद शक्तिशाली समूहों के पास गए, जिन्होंने पार्टी चुनावों में किशिदा को वोट दिया।
जापान-अमेरिका सुरक्षा संबंधों और साझेदारी के समर्थक
जापानी कूटनीति और सुरक्षा नीतियों की निरंतरता सुनिश्चित करते हुए विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और रक्षा मंत्री नोबुओ किशी को बरकरार रखा जाएगा क्योंकि देश इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते द्विपक्षीय तनाव पर अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहता है। किशिदा चीन व परमाणु-सशस्त्र उत्तर कोरिया का मुकाबला करने के लिए कुछ हद तक एशिया, यूरोप और ब्रिटेन में समान विचारधारा वाले लोकतंत्रों के साथ मजबूत जापान-अमेरिका सुरक्षा संबंधों और साझेदारी का समर्थन करते हैं।
जापान की राष्ट्रीय सुरक्षा के आर्थिक आयामों से निपटने के उद्देश्य से किशिदा एक नई कैबिनेट बनाने को तैयार हैं। किशिदा ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता अर्थव्यवस्था होगी। किशिदा का ‘नया पूंजीवाद’ मुख्य रूप से पूर्व पीएम एबी की आर्थिक नीतियों की शुरुआत है। इसका लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों की आय में वृद्धि करना और विकास व वितरण का एक चक्र बनाना है।