स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रही सरकार इसे सिक्कों के जरिये भी स्मरणीय बनाएगी। सरकार एक रुपये से 20 रुपये मूल्य वर्ग तक के सभी सिक्कों की नई शृंखला जारी करने जा रही है।
गोरखपुर, स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप मेें मना रही सरकार इसे सिक्कों के जरिये भी स्मरणीय बनाएगी। भारत सरकार आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित एक रुपये से 20 रुपये मूल्य वर्ग तक के सभी सिक्कों की नई शृंखला जारी करने जा रही है। वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की है।
एक, दो, पांच, 10 और 20 रुपये मूल्य वर्ग के नए सिक्के होंगे जारी
अधिसूचना के अनुसार एक, दो, पांच, 10 और 20 रुपये मूल्य वर्ग के आकृति में प्रचलित सिक्कों के अनुसार ही होंगे। यानी एक से 10 रुपये तक के सिक्के वृत्ताकार और 20 रुपये का सिक्का बहुफलकीय (12 किनारों का बहुभुज) होगा। पांचों सिक्कों के एक ओर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के आधिकारिक लोगो का चित्र होगा। इसके नीचे सिक्के का मूल्य वर्ग लिखा होगा। परिधि के ऊपरी हिस्से पर 75th YEAR OF INDEPENDENCE लिखा होगा। सभी सिक्कों की दूसरी ओर अशोक स्तंभ का अंकन होगा, जिसके बाईं तरफ भारत और दायीं तरफ ढ्ढहृष्ठढ्ढ्र लिखा होगा।
एक व दो रुपये का सिक्का स्टेलनेस स्टील जबकि पांच, 10 और 20 रुपये का सिक्का मिश्र धातु (निकिल, तांबा और जस्ता) का होगा। 20 मिलीमीटर (मिमी) व्यास के एक रुपये के सिक्के का वजन 3.9 ग्राम, 23 मिमी वाले दो रुपये के सिक्के का वजन 4.7 ग्राम, 25 मिमी वाले पांच रुपये के सिक्के का वजन 6.74 ग्राम, 27 मिमी वाले 10 रुपये के सिक्के का वजन 7.74 ग्राम और 27 मिमी के ही 20 रुपये के सिक्के का वजन 8.54 ग्राम होगा। सिक्कों पर ढलाई वर्ष भी लिखा होगा।
प्रचलन में रहेंगे या नहीं, अभी तय नहीं
भारत सरकार इन सिक्कों को प्रचलन के लिए बाजार में उतारेगी या स्मारक के रूप में रखेगी, अभी स्पष्ट नहीं है। सिक्कों का अध्ययन करने वाले सुधीर लूणावत बताते हैैं कि सरकार अधिसूचना में सिक्कों के प्रचलन योग्य होने की जानकारी देती है। सरकार ने करीब तीन साल पहले सिक्कों की नई शृंखला जारी की थी, तब अधिसूचना में उनके प्रचलन योग्य होने की भी जानकारी दी थी। इस बार अधिसूचना में इसे स्पष्ट नहीं किया गया है।