चुनाव आयोग द्वारा हाल ही में एक रिपोर्ट के अनुसार इमरान की पार्टी ने विदेशी नागरिकों फर्मों से प्राप्त धन को बहुत कम बताया और अपने बैंक खातों को भी छुपाया। पार्टी ने वित्त वर्ष 2009-10 और वित्त वर्ष 2012-13 के बीच 312 मिलियन फंडिंग की राशि कम बताई है।
लाहौर, पीटीआइ। पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की विदेशी फंडिंग में पाई गई गड़बड़ी (foreign funding fraud) के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि उनका असली चेहरा ‘भ्रष्ट और बेईमान राजनीतिक चोर’ के रूप में उजागर हो गया है। चुनाव आयोग द्वारा हाल ही में एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रधान मंत्री खान की सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी ने विदेशी नागरिकों, फर्मों से प्राप्त धन को बहुत कम बताया और अपने बैंक खातों को भी छुपाया। सत्तारूढ़ दल ने वित्त वर्ष 2009-10 और वित्त वर्ष 2012-13 के बीच चार साल की अवधि में 312 मिलियन फंडिंग की राशि कम बताई है। वर्ष-वार विवरण से पता चलता है कि 145 मिलियन से अधिक की राशि अकेले वित्तीय वर्ष 2012-13 में कम बताई गई थी।
पूर्व मुख्य न्यायाधीश पर किया कटाक्ष
शरीफ ने कहा कि दूसरा बेईमान आदमी (पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार) जिसने इमरान को ईमानदार घोषित किया था, पहले ही अपना अपराध स्वीकार करते हुए सुना जा चुका है। ईश्वरीय न्याय हो गया है, केवल कानूनी देखना और करना बाकी है। उनके छोटे भाई और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि पीटीआई पिछले सात सालों से विदेशी फंडिंग के मामले से क्यों भाग रही है। जांच समिति की रिपोर्ट इमरान खान का कच्चा चिट्ठा है। ‘सादिक और अमीन की ईमानदारी का मुखौटा भी उतर गया है ,
मरियम ने भी बोला हमला
शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा कि यदि इमरान ईसीपी की रिपोर्ट का स्वागत करते हैं, तो आपने पिछले सात वर्षों से इस मामले को बलपूर्वक आगे क्यों नहीं बढ़ने दिया। वह क्यों इतने सालों से विदेशी फंडिंग की ईसीपी जांच से भागते रहे और जांच समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक न करने की गुहार लगा रहे थे? क्या इमरान को लगता है कि लोग मूर्ख हैं। उन्होंने आगे कहा “तैयार रहें आपकी जवाबदेही का समय पास है।”
इमरान का पाखंड उजागरः बिलावल भुट्टो
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ईसीपी रिपोर्ट न केवल इमरान के भ्रष्टाचार बल्कि उनके पाखंड को उजागर करती है। साथ ही कर रिकॉर्ड से पता चलता है कि सत्ता हासिल करने के बाद से इमरान खान की आय 50 गुना से अधिक बढ़ गई है। पाकिस्तान गरीब हो गया है, लेकिन इमरान अमीर है।
ईसीपी की जांच रिपोर्ट के बाद, भ्रष्टाचार से दागी इमरान खान का बदसूरत चेहरा उजागर हो गया है। इमरान खान ने सच बोलने की शपथ ली थी, लेकिन इसके बजाय, उन्होंने पीटीआई के बैंक खातों को ईसीपी से छुपाया।” चयनित प्रधानमंत्री ने करोड़ों रुपये का गबन किया था, भ्रष्टाचार के लिए दूसरों का उपहास किया था, लेकिन अब यह स्पष्ट है कि इमरान खान को तथाकथित भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की आड़ में ही देश पर थोपा गया था। उन्होंने झूठे वादे किए और बदले में देश को लूटा।