इमरान सरकार में 55 प्रतिशत बढ़ी पेट्रोल की कीमत, विपक्ष ने कहा – पाकिस्तान के जनता की यह ‘आर्थिक हत्या’

जियो टीवी के अध्ययन के अनुसार 16 जनवरी 2012 से 16 जनवरी 2022 के दौरान पेट्रोल 89.54 रुपये प्रति लीटर से 147.83 रुपये प्रति लीटर हो गया है। अनुमान है कि इस वर्ष भी इसकी में वृद्धि जारी रहेगी।

 

नई दिल्ली,  पाकिस्तान में 17 अगस्त 2018 को इमरान खान ने देश के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उनके कार्यकाल में तब से पेट्रोल के दाम में 55.22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पेट्रोल की कीमत 95.24 रुपये से बढ़कर अब 147.83 रुपये प्रति लीटर हो चुकी है।

जियो टीवी के अध्ययन के अनुसार, 16 जनवरी 2012 से 16 जनवरी 2022 के दौरान पेट्रोल 89.54 रुपये प्रति लीटर से 147.83 रुपये प्रति लीटर हो गया है। अनुमान है कि इस वर्ष भी इसकी में वृद्धि जारी रहेगी।

बिजली शुल्क और पेट्रोल के दाम में वृद्धि जनता की ‘आर्थिक हत्या’

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, विपक्षी पार्टी ने प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुआई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ (पीटीआइ) सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि बिजली शुल्क और पेट्रोल के दाम में वृद्धि जनता की ‘आर्थिक हत्या’ है।

27 फरवरी को सरकार विरोधी लांग मार्च करेगा विपक्ष

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि बिजली शुल्क में चार रुपये की वृद्धि के बाद पेट्रोलियम उत्पाद के दाम में प्रति लीटर तीन रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को सरकार विरोधी लांग मार्च का लक्ष्य जनता को महंगाई और आर्थिक संकट से बचाना है।

इमरान खान को बिलावल भुट्टो ने बताया ‘इस सदी का संकट’

वहीं, कुछ दिन पहले बिलावल भुट्टो ने इमरान खान पर हमला बोलते हुए उन्हें ‘इस सदी का संकट’ बताया था। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने देश की आर्थिक स्थिति और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के साथ समझौते को लेकर संघीय सरकार पर निशाना साधते हुए यह बात कही थी। नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा था कि हर सदी में एक संकट होता है और इस सदी का संकट इमरान खान हैं।

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