उत्तर कोरिया की ओर से सेना की शक्ति को मजबूती देने के लिए किया गया पहला जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण असफल रहा। यह जानकारी बुधवार को उत्तर कोरिया ने दी है। उसने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के साथ ही अमेरिकी सैन्य अभ्यासों पर निगरानी के लिए इसका प्रक्षेपण किया था।
सियोल, एजेंसी। उत्तर कोरिया की ओर से सेना की शक्ति को मजबूती देने के लिए किया गया पहला जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण असफल रहा। यह जानकारी बुधवार को उत्तर कोरिया ने दी है। उसने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के साथ ही अमेरिकी सैन्य अभ्यासों पर निगरानी के लिए इसका प्रक्षेपण किया था। लेकिन उपग्रह को ले जा रहा राकेट यलो सागर में जा गिरा।
इसके पीछे इंजन में आई खराबी को कारण बताया जा रहा है। उत्तर कोरिया ने कहा है कि वह जितनी जल्द हो सके फिर से इस उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार, उत्तर कोरिया की ओर से मल्लिगयोंग-1 सेटेलाइट का प्रक्षेपण चोलिमा-1 राकेट की मदद से स्थानीय समय 6.27 बजे सुबह किया गया था सेटेलाइट को ले जा रहा राकेट कुछ समय बाद ही यलो सागर में जा गिरा। पहले स्टेज के अलग होने के बाद दूसरे स्टेज के इंजन की शुरुआत के दौरान थ्रस्ट की कमी होने की वजह से ऐसा हुआ। उत्तर कोरिया ने कहा है कि वह इस पूरे मामले की विस्तृत जांच करेगा।