महाकुंभ के आयोजन के मद्देनज़र डीजीपी प्रशांत कुमार ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह आदेश महाकुंभ समाप्त होने तक लागू रहेगा और केवल विशेष परिस्थितियों में ही आवश्यकतानुसार सक्षम स्तर से अवकाश स्वीकृत किए जाएंगे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने सात लेयर की सुरक्षा व्यवस्था बनाई है।
लखनऊ। डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी आदेश दिए गए हैं कि महाकुंभ समाप्त होने तक पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को छुट्टी न दी जाए। विशेष परिस्थितियों में ही आवश्यकतानुसार सक्षम स्तर से अवकाश स्वीकृत किए जाएं इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने सात लेयर की सुरक्षा व्यवस्था बनाई है। पर्यटन विभाग ने महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा पर्यटकों व श्रद्धालुओं के आगमन के मद्देनजर सारी तैयारियां की साथ ही 40 देशों की प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के साथ-साथ भारत के सभी प्रदेशों के राज्यपालों व मुख्यमंत्रियों को भी महाकुंभ में आने का निमंत्रण सरकार की तरफ से दिया गया सरकार ने तमाम प्रदेशों में रोड शो करके आम नागरिकों को भी महाकुंभ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद यह दूसरा मौका है जब उत्तर प्रदेश वैश्विक स्तर पर महाकुंभ के आयोजन का प्रचार-प्रसार कर रहा है यही वजह है कि महाकुंभ में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना के मद्देनजर पुलिस से पहले से सुरक्षा की सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं साथ ही इस दौरान पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगाई है।
डीजीपी ने महाकुंभ मेला क्षेत्र का किया निरीक्षण
गौरतलब है कि शनिवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने वीआईपी घाट, संगम क्षेत्र, पुलिस लाइन और मेला परिसर के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था को परखा बोट से संगम नोज, किला घाट समेत अन्य घाटों का निरीक्षण भी किया पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्कता और तत्परता बनाए रखें श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो डीजीपी ने पुलिस लाइन का दौरा करते हुए जवानों को निर्देश दिया कि वे मेला क्षेत्र में अपनी ड्यूटी के दौरान संवेदनशील रहें और श्रद्धालुओं के प्रति शालीन व्यवहार करें किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जाए।