उत्तर प्रदेश, सरकार के विधान सभाध्यक्ष हृदयनरायण दीक्षित को अपना रिश्तेदार बताने वाला अधिशासी अधिकारी के०एन० पाठक  अपने से वरिष्ठ अधिकारियों के नही मानता आदेश”

अधिशासी अधिकारी ने नगर पंचायत की वार्डो में सेनीटाईजर कराना मुनासिब नही समझा केवल एक दिन तहसील के आसपास ही सेनीटाईजर कराया अधिकारियों को दिखाने के लिये बाकी नगरपंयायत की 17 वार्डों में हो गया कागज पर सेनीटाईजर वैसे तो यह महाशय हमेशा चर्चा में रहते हैं,
ब्यूरो उन्नाव,, मो, अहमद चुनई,,,, उत्तर प्रदेश के पुरवा,उन्नाव,, चर्चित अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत पुरवा के ठेगें पर है उच्चाधिकारियों का आदेश वैसे तो इस समय सम्पूर्ण भारत में कोरोना महामारी से लाखों लोग अपनी जाने गवा चुके हैं ऐसे में सरकारों का आदेश कि ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रो में सेनीटाइजर करवाया जाय परन्तु अधिशासी अधिकारी ने नगर पंचायत की वार्डो में सेनीटाईजर कराना मुनासिब नही समझा केवल एक दिन तहसील के आसपास ही सेनीटाईजर कराया अधिकारियों को दिखाने के लिये बाकी नगरपंयायत की 17 वार्डों में हो गया कागज पर सेनीटाईजर वैसे तो यह महाशय हमेशा चर्चा में रहते हैं कई बार नगर के दर्जनों सभासदों ने इनके द्वारा किये गये बड़े बड़े घोटाले उजागर किये और इतना ही नही,
सभासदों ने धरना प्रदर्शन तक किये पर इनका बाल तक बांका नही हुआ इनका आने और जाने का कोई टाईम नही है कबआतें है कब जाते है नगर पंचायत में गन्दगी का अम्बार है नालियां बजबजा रही गन्दगी की वजह से मछरों का प्रकोप बढ़ा है पर इनसे कोई मतलब नही क्यों कि यह महाशय तो यहां निवास करते नही है खुद तो नबाबों के शहर लखनऊ में रहते है हफ्तों यहां आते नही मतलब है तो खाली कमीशन से अगर चेक कर लिया जाय तो बड़े बड़े मामलों की बात अलग अगर एक दर्जन बजार से कलम खरीदी जाती है 5 रुपयावाली हो बिल में वह 5 रुपया वाली कलम 40 रुपया की दर्शाई जाती है ऐसे तानाशाह नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध कोई कार्य वाही नही होती वजह कि संइया भयें कोतवाल तो डर काहे का।

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