उत्तर भारत में अभी कड़ाके की ठंड और कोहरे से राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में शीतलहर का अनुमान जताया है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान में गिरावट का अनुमान है।
नई दिल्ली, पहाड़ी राज्यों में लगातार बर्फबारी से मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सर्दी और कोहरे का डबल अटैक झेलना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने ठिठुरन और बढ़ा दी है। कोहरे के कारण सूर्य देवता के दर्शन भी दुर्लभ हो गए हैं। इसी बीच, मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अभी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिलेगी।
इन इलाकों में टेंशन बढ़ाएगा मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी यूपी और राजस्थान के कुछ इलाकों में घना कोहरा परेशान करेगा। वहीं, 25 से 27 जनवरी तक शीत लहर का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि मध्य प्रदेश में 27 जनवरी तक घना कोहरा रहेगा। इसके अलावा राज्य में 26 जनवरी तक शीत लहर चलेगी।
दिल्ली में बारिश ने तोड़ा 122 साल का रिकार्ड
मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में जनवरी में बारिश ने 122 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को हुआ बारिश के बाद दिल्ली में इस महीने 88.2 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। 1901 के बाद जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है। इससे पहले राजधानी दिल्ली में 1989 में 79.7 मिमी और 1953 में 73.7 मिमी बारिश हुई थी।
दिल्ली में गिरेगा पारा
दिल्ली में न्यूनतम तापमान में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी में सोमवार को अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक हो सकता है। रविवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस था।
हिमाचल प्रदेश में भी अभी राहत नहीं
उधर, हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भी मौसम से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने सोमवार को किन्नौर, लाहुल स्पीति, चंबा, मंडी, कुल्लू व शिमला में आंधी और हिमपात का यलो अलर्ट जारी किया है। बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन में भारी बारिश के साथ आंधी चलने की आशंका है।
वहीं, पंजाब में सोमवार को भी कई जिलों में बादल छाए रहने और हल्की से सामान्य बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस हफ्ते में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। उत्तराखंड भी शीतलहर की चपेट में है।