कस्बा औरास के मोहल्ला मुरऊवन टोला निवासी संतोष अस्थाना लखनऊ के पारा थानांतर्गत राम बिहार कालोनी में कई साल से मकान बना रहते थे। बीती 14 अगस्त को उसके बेटे अतुल को बुखार आने पर मोहल्ले के चंदा क्लीनिक में भर्ती कराया गया था।
उन्नाव, बुखार पीडि़त युवक की मौत के तीन माह बाद उसका शव कब्र से निकलवाया गया है। अब पोस्टमार्टम कराया जाएगा। उसके बाद रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पिता ने डाक्टर पर गलत इलाज करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था।
कस्बा औरास के मुरऊवन टोला निवासी संतोष अस्थाना लखनऊ के पारा थानांतर्गत राम बिहार कालोनी में कई साल से मकान बनाकर रह रहे थे। बीती 14 अगस्त को उन्होंने बेटे अतुल को बुखार आने पर मुहल्ले मेंही चंदा क्लीनिक में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान हालत बिगड़ी तो ट्रामा सेंटर ले जाने को कहा गया। इसके लिए स्वजन वाहन का इंतजाम कर रहे थे, तभी अतुल की मौत हो गई थी। दूसरे दिन स्वजन ने शव को औरास के नदौली गांव स्थित अपने बाग में दफनाया गया था। इसके बाद संदिग्ध हालात में मौत होने व डाक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया था। कोर्ट के आदेश पर सितंबर में चंदा क्लीनिक के डाक्टर के खिलाफ लखनऊ के पारा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए डीएम ने एसडीएम हसनगंज को आदेश दिया था। शुक्रवार देर शाम एसडीएम नदौली गांव पहुंचे, लेकिन उस दिन शव नहीं निकाला जा सका। रविवार को फिर एसडीएम, सीओ व औरास थाना प्रभारी सुबह 11 बजे नदौली पहुंचे। तीन महीने पहले दफन किया गया शव कब्र खोद कर निकलवाया।
इसमें करीब चार घंटे का समय लगा। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस दौरान लखनऊ पुलिस के साथ पिता संतोष व औरास नगर पंचायत के चेयरमैन राकेश कुमार व ग्रामीण मौजूद रहे।