बांगरमऊ नगर चौकी के सिपाही विजय चौधरी और होमगार्ड सत्यप्रकाश शुक्रवार को कोरोना कर्फ्यू के दौरान सब्जी की दुकान खोलने पर फैसल को पीटने के बाद कोतवाली ले गए थे। वहांं फैसल की हालत बिगड़ी तो उसे आनन फानन अस्पताल पहुंचाया गया।
उन्नाव, बांगरमऊ में सब्जी विक्रेता फैसल की पुलिस हिरासत में पिटाई से मौत पर गर्म सियासत में अब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी मोर्चा खोला है। ओवैसी ने ट्वीट करके प्रदेश सरकार पर हमला बोला। कहा, फैसल का कत्ल उत्तर प्रदेश सरकार की मुसलमानों से नफरत की एक और जीती जागती मिसाल है। उन्नाव में पुलिस के हाथों कत्ल फैसल का नहीं बल्कि विवेक तिवारी का हुआ होता तो मुख्यमंत्री अब तक क्या करते? उन्होंने आगे कहा है कि फैसल को इंसाफ दो। फैसल के परिवार को 25 लाख मुआवजा दिया जाने की भी बात कही। यह भी लिखा है कि फैसल के कत्ल से एक बात साफ है कि बंदी में मुसलमान और दलित या तो गरीबी से मरेंगे या कोरोना से या फिर पुलिस की मार से। ओवैसी की पार्टी के नेताओं ने सोमवार को फैसल के घर पर पहुंचकर परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद की। सांसद मो. बशीर ने परिवार से की बात, मुस्लिम लीग ने दिए एक लाख रुपये: इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सांसद मो. बशीर के निर्देश पर एक प्रतिनिधिमंडल फैसल के परिवार से मिला। सांसद मो. बशीर से फोन पर बात कर संभव मदद का आश्वासन दिया। कहा, मामला संसद में उठाएंगे। प्रतिनिधिमंडल में आगरा से मुस्लिम लीग युवा विंग मुस्लिम यूथ लीग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष/प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ रहबर व उन्नाव से प्रदेश सचिव व जिला अध्यक्ष मो. अहमद शामिल ने परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की। फैसल की मां को एक लाख रुपये का चेक भी सौंपा गया।
सपा ने दी 50 हजार की मदद: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सोमवार को पूर्व सपा जिला महासचिव राजेश यादव बांगरमऊ पहुंचे। उन्होंने सब्जी विक्रेता की मां अनीशा से मिलकर उन्हें 50 हजार रुपये का आर्थिक मदद दी।
भाजपा विधायक और जिलाध्यक्ष भी पहुंचे: भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर रावत व क्षेत्रीय विधायक श्रीकांत कटियार ने भी फैसल के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की और पीडि़त परिवार को आर्थिक मदद का भरोसा दिया।