हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय सदन में 32 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल करके भाजपा ने राज्य में सत्ता बरकरार रखी है। कांग्रेस को पांच और एनपीपी ने सात सीटों पर जीत हासिल की है।
इंफाल । एन बीरेन सिंह ने सोमवार को दूसरे कार्यकाल के लिए इंफाल में मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। बीरेन सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष अधिकारीमयुम शारदा देवी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और पार्टी के अन्य नेताओं की उपस्थिति में शपथ ली। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद बीरेन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार का पहला लक्ष्य मणिपुर को भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाना होगा। उन्होंने कहा कि मैं राज्य से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए दिन-रात काम करूंगा। अगला कदम राज्य से किसी भी तरह के नशीली दवाओं से संबंधित मुद्दों को दूर करना होगा
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर एन बीरेन सिंह को बधाई दी है। उन्होंन ट्वीट कर कहा कि मुझे विश्वास है कि उनकी टीम मणिपुर को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और मुख्यमंत्री के रूप में बीरेन सिंह पिछले पांच वर्षों में किए गए अच्छे काम को जारी रखेंगे।
शपथ से पहले एन बीरेन सिंह ने दिल्ली का किया था दौरा
बता दें कि रविवार को हुई एक बैठक में बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से भाजपा के विधायक दल का नेता चुना गया था। इसमें पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने भाग लिया था। भाजपा के राज्य विधायक दल की बैठक से पहले बीरेन सिंह ने दिल्ली का दौरा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी।
भाजपा ने 32 सीटों पर दर्जी की है जीत
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय सदन में 32 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल करके भाजपा ने राज्य में सत्ता बरकरार रखी है। कांग्रेस को पांच और एनपीपी ने सात सीटों पर जीत हासिल की है। नगा पीपुल्स फ्रंट को पांच और कुकी पीपुल्स एलायंस को दो सीटें मिली हैं। निर्दलीयों को तीन सीटें मिलीं हैं। राज्य में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा ने मणिपुर में अकेले दम पर सरकार बनाई है।
गौरतलब है कि भाजपा ने पिछली बार बीरेन सिंह के साथ मुख्यमंत्री के रूप में नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के समर्थन से सरकार बनाई थी।