एसआइटी के सामने आल इंडिया जमेतुल कुरैश संगठन के जिलाध्यक्ष ने उगले राज, बताया- बैठक में क्या बनी थी योजना

कानपुर परेड नई सड़क पर हुए उपद्रव को लेकर एसआइटी की पूछताछ में आल इंडिया जमेतुल कुरैश संगठन के जिलाध्यक्ष ने सीसे मस्जिद के पेश इमाम द्वारा मीटिंग कराने और घटना से दो दिन पहले अकबर-ए-आजम हाल रिजवी रोड में आयोजन कराने की जानकारी दी। –

 

कानपुर,  नई सड़क उपद्रव से पहले बंदी का एलान करने के लिए इसकी पूरी रूपरेखा तैयार की गई थी। इसका सूत्रधार सीसे मस्जिद के पेश इमाम हाफिज नदीम को बताया गया है। अनवरगंज के रिजवी रोड स्थित अकबर-ए-आजम हाल में इसके लिए बुलाई गई बैठक का संचालन भी हाफिज नदीम ने ही किया था। बैठक में हाफिज और मुफ्ती जैसे कई लोग शामिल थे। एसआइटी को दिए बयान में आल इंडिया जमेतुल कुरैश संगठन के जिलाध्यक्ष गुलाम निजामुद्दीन उर्फ निजाम कुरैशी ने यह राजफाश किया है।

नई सड़क उपद्रव मामले में गिरफ्तार आरोपितों ने एसआइटी के सामने कई अहम राज उगले हैं। आरोपितों में शामिल गुलाम निजामुद्दीन उर्फ निजाम कुरैशी ने एसआइटी को बताया कि विवादित बयान आने के बाद हम लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई थीं। इसी के विरोध स्वरूप एक जून 2022 को अनवरगंज रिजवी रोड स्थित अकबर-ए-आजम हाल रिजवी रोड पर एक बैठक बुलाई गई थी।

बैठक में हाफिज कफिल, मुफ्ती हनीफ बरकाती, बीमा अस्पताल के पीछे वाली मस्जिद के इमाम, हयात जफर हाशमी, इखलाक अहमद डेविड, चांद बाबा, फिरोज बाबी, राहिल, जावेद, सूफियान समेत 20-25 लोग शामिल थे। बैठक का संचालन सीसे मस्जिद के पेश इमाम ने किया था। बंदी का एलान करने के साथ ही उसे सफल बनाने का आह्वान किया गया था। बैठक में शामिल लोगों को जानकारी थी कि तीन जून को राष्ट्रपति शहर में रहेंगे जबकि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी आएंगे।

साजिश के तहत रिजवी रोड पर नमाज पढ़ने गया था निजाम : नई सड़क पर तीन जून को होने वाली घटना के पीछे साजिश कितनी गहरी थी इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि निजाम उस दिन रिजवी रोड पर नमाज पढ़ने गया था। उसने एसआइटी को बताया कि वैसे तो वह जुमे की नमाज पढ़ने के लिए प्रत्येक शुक्रवार को संगीत टाकीज के पास बनी मस्जिद में नमाज पढ़ता था लेकिन उस दिन बंदी को सफल बनाने के लिए वह रिजवी रोड की मस्जिद गया था।

 

नमाज पढ़ने के बाद सभी लोग रूपम चौराहे पर एकत्रित हुए। पूर्व नियोजित योजना के तहत चंद्रेश्वर हाता, पेचबाग तिराहा और दादामियां चौराहे के पास पहुंचकर उपद्रव के लिए रखी सामग्री भीड़ को मुहैया कराई। इसके बाद उत्तेजित भीड़ ने उप्रदव की घटना को अंजाम दिया। उसने यह भी कुबूल किया कि उसके संगठन को कई जगह से दान मिलता है जिसका पूरा रिकार्ड उसके पास है।

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