ऑक्‍सीजन की सुचारू आपूर्ति के लिए पीएम मोदी का बड़ा फैसला, पीएम-केयर्स फंड से होगी एक लाख कंसेंट्रेटर की खरीद

प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम कार्स फंड से एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर की खरीद को मंजूरी दे दी है। उन्होंने निर्देश दिया कि इन ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर को जल्द से जल्द खरीद लिया जाना चाहिए और कोरोना की तगड़ी मार झेल रहे राज्यों को मुहैया कराया जाना चाहिए।

 

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम कार्स फंड से एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर की खरीद को मंजूरी दे दी है। उन्होंने निर्देश दिया कि इन ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर को जल्द से जल्द खरीद लिया जाना चाहिए और कोरोना की तगड़ी मार झेल रहे राज्यों को मुहैया कराया जाना चाहिए। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और पीएम केयर्स से खरीदे जाने वाले इन पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर की मदद से देश के विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य केंद्रों में 500 पीएसए (प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन) चिकित्सीय ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाए जाएंगे।

यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर करने के लिए जरूरी कदमों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि इस कदम से जिला मुख्यालयों और टू टीयर शहरों में ऑक्सीजन की उपलब्धता बेहतर होगी। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जल्‍द ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर और पीएसए संयंत्रों से मांग वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति तेज होगी।

मालूम हो कि केंद्र सरकार पहले ही पीएम केयर्स फंड से ऐसे 713 पीएसए संयंत्रों को लगाए जाने को मंजूरी दे चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कहा- एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन सांद्रक खरीदे जाएंगे, साथ ही पीएम केयर्स फंड से 500 और पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र को लगाए जाने को भी मंजूरी दी गई है। इससे ऑक्सीजन की उपलब्धता बेहतर करने में मदद मिलेगी।

मालूम हो कि पिछले साल 27 मार्च को कोरोना महामारी या अन्‍य संकट से निपटने के लिए एक समर्पित राष्ट्रीय निधि की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पीएम केयर्स फंड के नाम से एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया गया था। प्रधानमंत्री की ओर से यह पहल ऐसे वक्‍त में की गई है जब रोजाना कोरोना संक्रमण के तीन लाख से ज्‍यादा मामले सामने आ रहे हैं। सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक अपने स्‍तर पर ऑक्सीजन उत्पादन की सुविधा से दिन-प्रतिदिन की मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरतें पूरी हो सकेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *