कोरोना की दो लहरें झेलने के बाद हर इंसान घबराया हुआ है। विदेश में ओमीक्रोन के मामले सामने आने के बाद इसका असर शहर के स्कूलों में भी दिखने लगा है। पिछले 10-15 दिनों में स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होने लगी है।
बरेली, कोरोना की दो लहरें झेलने के बाद हर इंसान घबराया हुआ है। विदेश में ओमीक्रोन के मामले सामने आने के बाद इसका असर शहर के स्कूलों में भी दिखने लगा है। पिछले 10-15 दिनों में स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होने लगी है। वहीं शिक्षा विभाग भी इसको लेकर सर्तक हो गया है। विभागीय अधिकारियों ने भी स्कूल प्रबंधन को फिर आनलाइन पढ़ाई की तैयारी शुरू करने के लिए निर्देशित किया है। ताकि समय पर ही सारा पाठ्यक्रम पूरा किया जा सके और पढ़ाई प्रभावित न हो।
शासन ने संयुक्त शिक्षा निदेशक और डीआइओएस को पत्र के जरिए निर्देश दिए हैं कि वे स्कूल प्रबंधन को निर्देशित कर अब छात्रों को अभिभावकों की सहमति से ही स्कूल में प्रवेश दें। साथ ही विद्यालयों में प्रवेश और कक्षाओं के दौरान समय-समय पर सैनिटाइजेशन व थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था हो। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) ने बताया कि स्कूल में छात्रों को संक्रमण से बचाया जा सके और उनकी पढ़ाई भी प्रभावित न हो इसको लेकर फिलहाल स्कूल प्रबंधन को पूर्व में शासन से जारी कोविड गाइडलाइन का ही पालन करना है। कक्ष में छात्रों के बैठने के दौरान दो गज की दूरी के हिसाब से सीटिंग व्यवस्था के निर्देश हैं। अगर स्कूल में एक से ज्यादा प्रवेश द्वार हैं तो उनका उपयोग कर ही प्रवेश दिया जाए।
फिलहाल बंद नहीं होंगे स्कूलः छात्रों का पाठ्यक्रम अभी पूरा नहीं हुआ है। कुछ ही महीने बाद परीक्षाएं होनी हैं। ऐसे में स्कूल प्रबंधन को संक्रमण से बचाव का ध्यान रखते हुए कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए हैं। अब तक शासन की ओर से स्कूल को बंद कराने के कोई आदेश नहीं हैं।
अभी से हो आनलाइन पढ़ाई की शुरुआतः कोरोना काल में आनलाइन मोड पर ही छात्रों की पढ़ाई हुई। अचानक इस प्रक्रिया को अपनाने में कुछ दिक्कतें आईं लेकिन, अब कई जगहों पर ओमीक्रोन के मामलों को स्कूल प्रबंधन को अभी से रणनीति बनाकर स्कूल में आनलाइन पढ़ाई शुरुआत करने की जरूरत है। अभी से इसकी तैयारी करने पर जिन बच्चों के पास स्मार्ट फोन या अन्य संसाधन नहीं भी होंगे तो वे उनके लिए तैयारी कर सकते हैं।