कांवड़ियों पर कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाये। जिस हिसाब से देश में सम्प्रदायिक माहौल बिगड़ रहा है उसको देखते हुए मुस्लिम समुदाय का यह प्रयास सराहनीय ही कहा जाएगा।
लखनऊ ; ( आवाज़ – ए – लखनऊ ) { अनिल मेहता } उत्तर प्रदेश में पत्थर चलाने वालों पर ओवैसी कुछ नहीं बोलते।पर समाज को एक रखने का प्रयास करने वाले मुस्लिमो के प्रति ज़हर उगलने वाला उनका बयान तत्काल प्रभाव से आ जाता है। कांवड़ियों पर कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फूल बरसाये। जिस हिसाब से देश में सम्प्रदायिक माहौल बिगड़ रहा है उसको देखते हुए मुस्लिम समुदाय का यह प्रयास सराहनीय ही कहा जाएगा।
परन्तु ओवैसी ऐसे चन्द मुठ्ठी भर नेताओं की अक्ल को क्या कहा जाये जिन्होंने तय कर लिया है कि भारत में साम्प्रदायिकता फैला कर रहेंगे क्या ओवैसी बता सकते हैं कि कहां ग़लत बुलडोजर चला? जहां तक मेरी जानकारी है , अवैध निर्माणों पर तथा अपराधियों के घर पर बुलडोजर चला है। क्या ओवैसी अपराध को भारत में बढ़ावा देना चाहते हैं? भारत ऐसे लोकतांत्रिक देश में ओवैसी ऐसे नेताओं के बयान पर रोक लगनी चाहिए।