गोपालगंज के कुख्यात मुन्ना मिश्रा को गिरफ्तार कर पुलिस ने राहत की सांस ली है। 50 हजार का यह इनामी बदमाश पुलिस के लिए बड़ी चुनौती था। उसे गिरफ्तार करने वाली टीम को वीरता पुरस्कार दिलाने की बात कही गई है।
गोपालगंज । बिहार एसटीएफ के हत्थे चढ़ा 50 हजार का इनामी बदमाश मुन्ना मिश्रा गोपालगंज जिले की पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था। वह इतना शातिर था कि वारदात को अंजाम देने के बाद पड़ोसी राज्य में छिपकर नाम, हुलिया सबकुछ बदल लेता था। उसके इसी शातिर चाल की वजह से पुलिस परेशान थी। कुख्यात अपराधी मुन्ना मिश्रा उर्फ दिलीप मिश्रा उर्फ मनोज मिश्रा उर्फ एक नयन नाम रखकर लोगों को झांसा देता था। कभी पंडित बनकर लोगों के घर पूजा पाठ कराने तो कभी शिक्षक बनकर बच्चों को पढ़ाने का कार्य भी करता रहता था।
मुन्ना मिश्रा पर नौ थाने में दर्ज हैं 31 मामले
मुन्ना मिश्रा पर जिले के नौ थाने में करीब 31 मामले दर्ज हैं। वही सिवान व यूपी पर भी इसपर कई मामले दर्ज हैं। प्रेस वार्ता के दौरान एसपी आनंद कुमार ने इसकी जानकारी दी। एसपी ने बताया कि दो दशक से अधिक समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय मुन्ना मिश्रा करीब सात साल पूर्व जेल गया था। जेल से छूटने के बाद अपराध की दुनिया में अपना नाम चर्चा में लाने व पैसे के लिए घटनाओं को लगातार अंजाम देना शुरू कर दिया। इस दौरान करीब दो माह पूर्व कटेया थाना क्षेत्र के जमुनहां बाजार पर शिक्षक दिलीप सिंह की हत्या कर दी। हत्या के बाद पुलिस ने उसके गिरोह के करीब आधा दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लेकिन वह पकड़ में नही आया।
डीआइजी मनु महाराज कर रहे थे निगरानी
वह यूपी के देवरिया, गोरखपुर व बलिया के साथ तमकुही में रुप के साथ नाम बदल कर रहता था। उसपर कटेया थाने में करीब बीस, मांझा, थावे, नगर थाना, भोरे, उचकागांव व विजयीपुर सहित अन्य थानों में करीब 31 मामले दर्ज हैं। यूपी के बार्डर इलाके के गिरफ्तार कुख्यात मुन्ना मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए सारण डीआईजी मनु महाराज निगरानी कर रहे थे। डीआईजी मनु महाराज कुख्यात का पीछा करने वाली पुलिस व एसटीएफ की टीम के संपर्क थे। ताकि किसी प्रकार की अनहोनी से निपटा जा सके।
टीम में शामिल पुलिस वालों को मिलेगा वीरता पुरस्कार
मुन्ना मिश्रा की गिरफ्तारी होने के बाद एसपी आनंद कुमार ने बताया कि पुलिस टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी व जवानों को वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इसकी वे अनुशंसा करेंगे। एसपी ने बताया कि मुन्ना मिश्रा जैसे कुख्यात अपराधी जिसके हाथ में एके 47 था उसे बहादुरी के साथ पुलिस टीम में शामिल पदाधिकारी व जवान ने गिरफ्तार किया है। जबकि उसने पुलिस पर फायरिंग का भी प्रयास किया था। यदि अपनी एके 47 राइफल बोल्ट कर लेता तो पुलिस पर वह फायरिंग भी कर देता। लेकिन समय रहते पुलिस टीम के जवानों ने उसे पकड़ लिया। टीम में हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार, मीरगंज थानाध्यक्ष छोटन कुमार, कटेया थानध्यक्ष सुमन मिश्रा, मीरगंज इंस्पेक्टर विरेंद्र कुमार, कुचायकोट थानाध्यक्ष अश्वनी तिवारी, टेक्निकल सेल प्रभारी प्रेम प्रकाश, एसटीएफ के इंस्पेक्टर सिवेंदू कुमार आदि शामिल थे।
गिरफ्तार कुख्यात की संपत्ति होगी जब्त
कटेया थाना क्षेत्र के पानन महुअवा गांव निवासी कुख्यात मुन्ना मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अपराध की दुनिया से पैसे की उगाही कर संपत्ति बनाने कुख्यात मुन्ना मिश्रा की संपत्ति को जब्त करने की प्रकिया शुरू कर दी है। एसपी ने बताया कि मुन्ना मिश्रा करीब 22 साल से अपराध की दुनिया में है। ऐसे में रंगदारी, हत्या व लूट की कई बड़ी घटनाओं को उसने अंजाम देने का कार्य किया है। ऐसे में पुलिस उसकी गिरफ्तारी के बाद उसकी अपराध की दुनिया से कमाई की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। मुन्ना मिश्रा को एके 47 हथियार कहां से मिला और कौन लोग हैं जिन्होंने उसे एके 47 मुहैया कराने का कार्य किया। पुलिस ने अब इसकी जांच शुरू कर दिया है।
जिला मुख्यालय में भी दो जगहों पर आकर रहता था कुख्यात
अपराध की घटनाओं को अंजाम देने के बाद यूपी के देवरिया के साथ गोपालगंज जिला मुख्यालय में भी दो जगहों पर आकर रहता था। इसकी जानकारी एसपी आनंद कुमार ने दी। एसपी ने बताया कि कुख्यात मुन्ना मिश्रा ने जब जमुनहां में शिक्षक की हत्या कर दी। उसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी को एक चुनौती के रूप में लिया। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके सभी ठिकानों की तलाश शुरू कर दिया। जांच के दौरान जिला मुख्यालय में दो जगहों पर मुन्ना मिश्रा की रहने की जानकारी भी पुलिस को मिली थी।