सभी वयस्कों को रविवार से निजी टीका केंद्रों पर कोरोना रोधी टीके की सतर्कता डोज लगाई जाएगी। केंद्र सरकार की मानें तो इस वर्ग के लोगों को वैक्सीन की कीमत चुकानी होगी। जानें क्या होगी कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कीमत…
नई दिल्ली, कोरोना महामारी की चौथी लहर की आशंका के बीच 10 अप्रैल यानी रविवार से सभी वयस्कों को निजी टीका केंद्रों पर कोरोना रोधी वैक्सीन की सतर्कता डोज लगाई जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग जिनकी दूसरी डोज के नौ महीने पूरे हो चुके हैं… सतर्कता डोज के पात्र होंगे। हालांकि इस वर्ग के लोगों को वैक्सीन की कीमत चुकानी होगी। कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 225 रुपये जबकि कोवैक्सीन की कीमत 225 रुपये होगी…
समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (Serum Institute of India, SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने शनिवार को बताया कि एसआइआइ ने निजी अस्पतालों के लिए कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 600 रुपये से घटाकर 225 रुपये करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा- ‘हमें यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि केंद्र सरकार के साथ बातचीत के बाद SII ने निजी अस्पतालों के लिए COVISHIELD वैक्सीन की कीमत 600 रुपये से घटाकर 225 रुपये प्रति खुराक करने का निर्णय लिया है।’
अदार पूनावाला ने यह भी कहा कि हम सभी वयस्कों लिए एहतियाती खुराक लगाए जाने के सरकार के फैसले की सराहना करते हैं। वहीं भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला का कहना है कि उन्होंने निजी अस्पतालों के लिए कोवैक्सीन की कीमत 1200 रुपये से बढ़ाकर 225 रुपये करने का फैसला किया है। उन्होंने भी कहा कि सरकार के परामर्श के बाद निजी अस्पतालों के लिए COVAXIN की कीमत में कमी की है। मालूम हो कि अब तक SII और भारत बायोटेक सरकार के COVID-19 रोधी टीकों के प्रमुख आपूर्तिकर्ता रहे हैं।
पहले कोविशील्ड के बूस्टर डोज 600 रुपये प्रति शाट जबकि कोवैक्सीन की बूस्टर डोज की कीमत 1200 रुपए प्रति शाट फिक्स थी। दोनों की कीमतों में कमी से आम आदमी को सहूलियत होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि पात्र आबादी को पहली और दूसरी खुराक के लिए सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर जारी मुफ्त टीकाकरण अभियान भी जारी रहेगा। यही नहीं स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर एहतियाती खुराक लगाए जाने में भी तेजी लाई जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक 15 साल से अधिक उम्र के लगभग 96 फीसद किशोरों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है जबकि लगभग 83 फीसद ने दोनों खुराक लगवा ली है। यही नहीं स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को 2.4 करोड़ से अधिक एहतियाती खुराक भी लगाई जा चुकी है। इसके अलावा 12 से 14 आयु वर्ग के 45 प्रतिशत लाभार्थियों को कोविड रोधी वैक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है।